प्राण निकलने तक गला दबाकर बच्चे की छाती बैठा रहा क्रूर पिता गिरफ्तार
आत्महत्या करना चाहता था पर हिम्मत नहीं जुटा पाया, हत्या करवाने वाली सौतेली मां भी गिरफ्तार
इंदौर। सात वर्षीय प्रतीक मुंडे की गला दबाकर हत्या करने वाले पिता शशिपाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने बच्चे को गला घोंटकर मारा था। दम घुटने पर बच्चा छटपटाया लेकिन क्रूर पिता प्राण निकलने तक बच्चे की छाती पर ही बैठा रहा। पुलिस ने उसकी तीसरी पत्नी ममता उर्फ पायल को भी गिरफ्तार कर लिया है।
एडिशनल डीसीपी जोन-1 जयवीरसिंह भदौरिया के मुताबिक शशिपाल पुत्र रामप्रसाद को मोरटक्का से गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास फरारी काटने के लिए रुपये नहीं थे। वह सोना-चांदी के आभूषण बेचने की कोशिश कर रहा था। पुलिस इंटरनेट मीडिया पर उसके फोटो और पोस्टर जारी कर चुकी थी। एडीसीपी के मुताबिक मामले में शशिपाल की तीसरी पत्नी ममता उर्फ पायल को भी आरोपी बनाया है।
उसके दबाव बनाने पर ही शशिपाल ने बेटे प्रतीक की हत्या की है। दोनों आरोपियों के खिलाफ जल्द ही चालान पेश किया जाएगा। इस मामले को चिन्हित अपराधों में रखा गया है। पुलिस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की अपिल करेगी।
आरोपी ने जुर्म कबूल किया है। पुलिस ने पूछताछ कि लेकिन चहरे पर जरा भी शिकन नहीं दिखी, बल्कि उसने कहा कि पायल के बोलने पर बेटे को मारा है। मदर्ड डे पर उसने स्टेट्स पर प्रतीक का फोटो लगाया था। पायल ने उससे गुस्से में कहा, कुत्ते का फोटो क्यों लगाया है। अब वो रहेगा या मैं रहूंगी। इतना बोलकर उसने शशिपाल का नंबर ब्लैक लिस्ट में डाल दिया। शशिपाल ने तय कर लिया कि प्रतीक की हत्या कर देगा। सुबह से ही हत्या का मौका देखने लगा। रात को कूलर की हवा में सुलाने के बहाने रुम में ले गया। पहले बच्चे के साथ खेला।
उससे पूछा कि मां प्यार करती है क्या। बच्चे ने न कहा तो बोला दोनों मर जाते हैं। बच्चा डर कर दादी के पास जाने लगा, लेकिन शशिपाल ने प्यार करने के बहाने रोक लिया। मजाक मस्ती की और छाती पर चढ़कर गला घोंट दिया।बच्चा छटपटाया लेकिन आरोपी दम लगाता रहा। हाथ पैर सुन्न होने तक उसकी छाती पर ही बैठा रहा। करीब दो घंटे वह उसके रूम में ही रहा।
दो बार फांसी लगा कर जान देने की कोशिश भी की। इसके बाद सुसाइड नोट लिख मोरटक्का चला गया। टीआई आरडी कानवा के मुताबिक पायल से उसने तीसरी शादी की थी। प्रतीक पहली पत्नी अंजली का बेटा है। दूसरी पत्नी पूजा को दो महीने बाद ही छोड़ दिया था।