इंदौर में शनिदेव ने पहली बार पहनी चांदी की होलकर पगड़ी, उज्जैन में एक भक्त परिवार ने करवाई तैयार

इंदौर के इस मंदिर में शनिदेव का होता है सोलह श्रंगार

इंदौर। नौ ग्रहों में से एक शनि देव ज्येष्ठ मास की अमावस्या पर ही अवतरित हुए थे। शनि देव नौ ग्रहों के न्यायाधीश हैं। इसलिए इस दिन शनि जयंती पूरे देश में धूमधाम से मनाई जाती है। शुक्रवार को इसी अवसर पर शहर के जूनी इंदौर में स्थित भगवान शनिदेव के सबसे प्राचीन मंदिर में शनि महाराज की प्रतिमा को पहली बार शनि जयंती पर चांदी की होलकर पगड़ी पहनाई गई।
ये पगड़ी एक भक्त परिवार द्वारा उज्जैन में तैयार कराई गई है। जिसका वजन सवा पांच किलो है। शनि विग्रह को शीतलता प्रदान करने के लिए ऋषिकेश से आई जटी-बूटियों का लेप भी लगाया गया। शनि मंदिर के मुख्य पुजारी के अनुसार शनि जयंती पर भक्तों द्वारा 300 लीटर से ज्यादा तेल भगवान को अर्पित किया गया।
बता दें कि यह भारत का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां भगवान शनिदेव का सोलह सिंगार किया जाता है।