5 उपार्जन केंद्रों पर 1लाख 13 हजार 369 क्विंटल गेहूं 20 मई तक तुला
रुनिजा। शासन द्वरा समर्थन मूल्य केंद्रों पर गेहू खरीदी 10 मई से बढ़ाकर 20 मई करने बाद भी अधिकांश केंद्रों बहुत कम मात्रा में किसान भाई अपना गेहूं लेकर पहुंचे । समर्थन मूल्य 2125 रु के चलते मंडियों में अधिक भाव होने के कारण किसानों ने मंडी में अपना गेहूं अधिक से अधिक बेचा । इस बार नमी की समस्या भी अधिकांश किसान भाइयों के लिए समस्या बनी रही। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की शाखा रुनीजा के अंतर्गत संचालित 5 सेवा सहकारी संस्था के उपार्जन केंद्रों पर 20 मई तक एक लाख 13 हजार 369 क्विंटल गेहूं तुला।
रुनीजा उपार्जन केंद्र के कंप्यूटर आॅपरेटर विश्वराज सिंह राठौर ने बताया कि रुनीजा उपार्जन केंद्र पर 20 मई तक180 किसानों का 12, 837 क्विंटल गेहू टोला गया तथा करीब-करीब सभी गेहूं का परिवहन भी कर दिया गया जब किसानों को भुगतान करने के बारे में पूछा गया तो राठौर ने बताया कि सभी किसानों का भुगतान हो रहा है।
इस संदर्भ में अन्य उपार्जन केंद्र की जानकारी जब प्राप्त की गई तो वहां भी यही सामने आई बांदर बेला उपार्जन केंद्र पर 23,540 क्विंटल ,भाट पचलाना उपार्जन केंद्र पर 30,565, बालोदा लक्खा उपार्जन केंद्र पर 19,887 , खेड़ावदा केंद्र पर 26,540 क्विंटल गेहूं तोला गया। इन सभी उपार्जन केंद्रों पर से भी परिवहन हो चुका है ।कुछ उपार्जन केंद्रों पर थोड़ा बहुत गेहू स्टॉक है वह भी एक-दो दिन में परिवहन हो जाएगा। बता दें कि इस बार शासन द्वारा समर्थन मूल्य ?2125 रखा गया था जबकि इस बार मंडियों में समर्थन मूल्य से अधिक भाव होने से किसान भाइयों ने समर्थन मूल्य की बजाए मंडी में अपनी उपज बेची। दूसरी ओर इस बार शासन के कुछ नए नियम भी आडे आये एक और समय पर स्लाट नही मिलने के कारण भी समस्या रही तो दूसरी ओर 12% से अधिक नमी का गेहूं ही उपार्जन केंद्रों पर नही तुला।