मंत्री कमल पटेल से नाराज पूर्व भाजपा विधायक समेत नेताओं ने थामा कांग्रेस का हाथ

कमलनाथ-दिग्विजय सिंह ने दिलाई सदस्यता

भोपाल। राजधानी में रविवार को हरदा के बीजेपी नेता दीपक सारण ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने सदस्यता दिलाई। बताया जा रहा है कि यह लोग शिवराज सरकार के मंत्री गौर हरदा के स्थानीय विधायक कमल पटेल से नाराज हैं।
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले दल-बदल की सियासत शुरू हो गई है। अपनी पार्टी से नाराज नेता-कार्यकर्ता अब दूसरी पार्टियों का रुख कर रहे हैं। रविवार को बालाघाट से भाजपा की पूर्व विधायक अनुभा मुंजारे, हरदा में युवा नेता दीपक सारण समेत कई नेताओं ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया। वहीं, सागर से बीजेपी विधायक प्रदीप लारिया के भाई हेमंत लारिया भी कांग्रेस में शामिल हो गए। कुछ दिन पहले पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने कांग्रेस ज्वाइन करके भाजपा को झटका दिया था।
बालाघाट से अनुभा मुंजारे अपने पुत्र शांतनु मुंजारे के साथ शामिल हुईं। वहीं, हरदा से बीजेपी नेता दीपक सारण अपने साथ सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ भोपाल पहुंचे। सतना से पूर्व मंत्री सईद अहमद फिर कांग्रेस में शामिल हुए हैं। सईद दिग्गी सरकार में मंत्री थे। बाद में उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी। अब उनकी घर वापसी हुई है।

कृषि मंत्री कमल पटेल के चुनाव संचालन की जिम्मेदारी निभाई
हरदा के दीपक सारण कृषि मंत्री कमल पटेल के करीबी रहे हैं। रविवार को सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ अचानक कांग्रेस ज्वाइन कर उन्होंने मंत्री और बीजेपी को झटका दे दिया। उनके साथ पूर्व विधायक आरके दोगने और जिलाध्यक्ष ओम पटेल, किसान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष केदार सिरोही भी मौजूद रहे। दीपक करीब 15 साल से बीजेपी में थे। मंत्री पटेल की कोर टीम ही बूथ पर बैठने से लेकर चुनाव संचालन की पूरी जिम्मेदारी भी उन्होंने संभाली थी। पूर्व विधायक दोगने का कहना है कि जल्द ही कुछ और कार्यकर्ता भी कांग्रेस ज्वाइनिंग करेंगे।