प्रतिभा हर एक में बस आवश्यकता उसे पहचानकर तराशने की
उपकार दिवस पर 51 प्रतिभाओं का सम्मान, साधना नगर जिनालय से निकली वाहन रैली से युवाओं ने दिया स्वच्छता का संदेश
दैनिक अवन्तिका इंदौर
प्रतिभा सभी बच्चों में होती है। हमें सिर्फ उसे पहचानने और तराशने की जरूरत है। किसी बच्चे का आईक्यू लेवल अच्छा रहता है तो कोई बच्चा खेल की गतिविधियों में अव्वल रहता है। अभिभावकों को बस अपने बच्चे की प्रतिभा तराश कर उसे उसकी ओर मोटिवेट करें तो वह उस कार्य में सफलता जरूर हासिल कर लेगा।
यह विचार शनिवार को आरएनटी मार्ग स्थित रविन्द्र नाट्यगृह में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह के दौरान मुख्य अतिथियों ने व्यक्त किए। उन्होंने अभिभावकों को कहा कि शिक्षक और गुरू तो उन्हें शिक्षा और आध्यात्म का ज्ञान दे सकते हैं लेकिन उन्हें संस्कार और संस्कृति से परिचित कराने का कार्य तो अभिभावक ही कर सकते हैं। अध्यक्ष विजय बडजात्या, मीडिया प्रभारी महावीर जैन एवं शिविर संयोजक पं. तेजकुमार गंगवाल ने बताया कि आठ दिवसीय जैनत्व बाल संस्कार शिक्षण शिविर के समापन अवसर पर सम्मान समारोह, भजन संध्या का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत मुख्य अतिथियों ने दीप प्रज्जवलन के साथ की। इसके पश्चात सभी अतिथियों व अभिभावकों को साधना नगर में आयोजित 8 दिवसीय जैनत्व बाल शिक्षण शिविर की जानकारी के साथ ही ट्रस्ट की गतिविधियों से अवगत कराया।
51 प्रतिभावान बच्चे सम्मानित
साधना नगर में आठ दिवसीय जैनत्व बाल संस्कार शिक्षण शिविर में 600 बच्चों ने शिविर में भाग लिया था। जिसमें अलग-अलग उम्र के बच्चों की 17 क्लास लगाई गई थी। जिसमें उन्हें जैनत्व के संस्कार के साथ ही धर्म, संस्कार व संस्कृति से अवगत कराया गया एवं उनकी नैतिक शिक्षा की परीक्षा आयोजित की गई। 600 बच्चों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय आने वाले 51 प्रतिभावना बच्चों को प्रशस्ति पत्र व मेमोटों देकर उनका सम्मान किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद शंकर लालवानी, कुलपति रेणुका जैन, अशोक बडजात्या सहित हजारों की संख्या में समाज बंधु उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन राजेश काला ने किया एवं आभार पदम पहाडिय़ा, सुशील काला ने माना।
दो सत्रों में आयोजित हुए कार्यक्रम में जहां सुबह 8 बजे साधना नगर से वाहन रैली निकाली गई तो वहीं सुबह सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। दोपहर में पूज्य गुरूदेव श्री कानजी स्वामी का 134 वां उपकार दिवस भी हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में सहजता जीवन का आधार पर मुख्य वक्ताओं ने संबोधित किया। वहीं समयसार कीर्ति स्तंभ की देशभर में स्थापना करने पर इंडिया बुक आॅफ रिकाड र्में दर्ज करने का खिताब भी इस ट्रस्ट पदाधिकारियों को सौंपा गया। कार्यक्रम में दिल्ली से पधारे पं. संजीवनी जैन ने शाम को आध्यात्मिक भजनों की प्रस्तुति से समा बांध दिया। देर शाम शुरू हुई गीत-संगीत व आध्यात्मिक भजनों ने सभी को आनंदित कर दिया।