2 दिन की बारिश में इंदौर पस्त, लेकिन विद्युत मंडल के अफसर मस्त
शहर में 1500 से ज्यादा फॉल्ट,लेकिन बिजली कंपनी अफसरों के घर बिजली नहीं हुई गुल
इंदौर। दो दिन की आंधी और बारिश ने बिजली कंपनी को पस्त कर दिया। शनिवार – रविवार को बिजली लाइनों पर 32 से ज्यादा पेड़ गिरे। रविवार शाम को 45 किमी की रफ्तार से चली हवा ने फिर मुसीबत बढ़ा दी। 75 फीसदी इलाकों में बिजली गुल रही। बिजली कंपनी ने बिजली गुल होने पर दो घंटे में सप्लाय शुरू करने के दावे किए थे। कंपनी के सारे दावे फेल साबित हो गए।
4 घंटे जब पूरा शहर अंधेरे में था, तब पोलोग्राउंड स्थित बिजली अफसर और इंजीनियरों के घर में उजाला था। बिजली कंपनी के परिसर में कभी लाइट नहीं जाती। अधीक्षण यंत्री, कार्यपालन यंत्री, जूनियर इंजीनियर, कंपनी के एमडी, डीजीएम के यहां बिजली सप्लाय के बहुत पुख्ता इंतजाम हैं। आंधी चलने, बारिश होने पर शहर में पतझड़ की तरह फॉल्ट होते हैं लेकिन पोलोग्राउंड परिसर में 1 मिनट के लिए बिजली गुल नहीं होती। यह और बात है कि सभी 30 झोन कार्यालय में शिकायतों का अंबार लग गया। शिकायतें और बढ़ती लेकिन अफसरों के फोन ही नहीं लगे और कॉल सेंटर पर भी कोई जवाब नहीं दे रहा था।
मेंटेनेंस समय से नहीं हो पाया शुरू
बिजली कंपनी 15 मई से मेंटेनेंस शुरू करती है, लेकिन इस बार इसके पहले ही बारिश, हवा, आंधी का दौर शुरू हो गया। काॅल सेंटर 1912 पर 1500 के करीब शिकायत दर्ज हुई। शहर का नाम, इलाके का नाम, जोन का नाम, आईवीआरएस नंबर पूछने पर ही शिकायत दर्ज हो रही थी।