उज्जैन में रीडिंग माइनस 56 होने के बाद भी 1720 का आया बिजली बिल

सोलर पैनल लगा फिर भी फिक्स चार्ज के नाम पर वसूली, मुश्किल में उपभोक्ता

उज्जैन। विद्युत कंपनी की योजना के अनुसार घर में सोलर पैनल लगाने पर लोगों को पहले तो माइनस में बिल आए और फिर अब पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी की ओर से बिजली बिल जारी किए जा रहे हैं। ऐसे में लोगों पर दोहरा आर्थिक भार बढ़ गया है। एक तो सोलर पैनल के मेंटेनेंस का और दूसरा बिजली बिल का। इसके चलते लोगों को बिजली बिल की राशि का भुगतान करना पड़ रहा है।
आयुर्वेद कॉलेज में आर्टिस्ट के पद पर पदस्थ विक्रम रत्नाकर भी ऐसी ही मुश्किल का शिकार हुए हैं। उनके अलकापुरी स्थित मकान में सोलर पैनल लगाई है। इसमें मीटर में रीडिंग माइनस 56 आ रही है। इसके बाद भी बिजली कंपनी की ओर से 1720 रुपए का बिल आया है। उन्होंने बिजली कंपनी में संपर्क किया तो कियोस्क जोन पर अधिकारियों ने कहा कि फिक्स चार्ज लगाया गया है। यह तो आपको देना ही पड़ेगा। उपभोक्ता का कहना है कि मैंने ऊर्जा विकास निगम की योजना के तहत घर पर सोलर पैनल लगाई है। इसमें यूनिट खपत रुपए आने के बाद भी बिल जारी किया है। जबकि हम लोग बिजली का उपयोग सोलर पैनल के माध्यम से कर रहे हैं। फिर भी बिजली बिल जारी किए जा रहे हैं। उपभोक्ताओं का कहना है कि सोलर पैनल लगाने पर शुरुआत में माइनस में बिल आते रहे और फिर इकट्ठा यानी एक साथ में बिल जारी कर दिए गए।

विद्युत अधिकारी मानने को तैयार ही नहीं

इस मामले में बिजली कंपनी के अधिकारियों का तर्क है उपभोक्ताओं के यहां पर जितनी बिजली की खपत होती है, उसके तहत ही बिजली बिल जारी किए गए हैं। बिलिंग में फिक्स चार्ज का प्रावधान है। इसके तहत ही चार्जेस लगाए गए हैं, फिर भी जांच करवा ली जाएगी।