बगैर अनुमति 30 पेड़ काट डाले, जांच करने गए सीईओ स्वागत करवाकर लौट आए
इंदौर। गांधीनगर के समीप नैनोद ग्राम पंचायत में सरपंच और सचिव ने दुकान बनाने के लिए पंचायत भवन के आंगन में लगे जिन 17 साल पुराने पेड़ों की बलि ले ली थी, उसकी जांच करने के लिए रविवार को इंदौर जनपद के सीईओ गोपाल प्रजापति गए थे। जाने से पहले उन्होंने बाकायदा सचिव और सरपंच को सूचना भी दे दी थी। 40 से 50 फीट ऊंचे पेड़ों को काटे जाने पर ग्रामीणों के बयान लेने, सरपंच और सचिव को नोटिस देने के बजाय सीईओ अपना स्वागत-सत्कार करवाकर लौट आए।
सीईओ पंचायत परिसर जांच के लिए पहुंचे। सरपंच सुरेंद्रसिंह सोलंकी और सचिव अनिल गुर्जर ने उनका स्वागत किया। फिर तरह-तरह के पकवान सामने रख दिए। सीईओ दिखावे के लिए पंचायत परिसर में घूमे। दोनों ने उनसे कहा कि यहां तो बस जंगली पेड़ थे, जिन्हें काटा गया है।
सीईओ ने उनसे यह नहीं पूछा कि पेड़ काटने की अनुमति कहां से मिली। तकरीबन 100 मीटर के हिस्से में लगे पेड़ों की लकड़ियां कहां गई, किसे बेची, किसकी अनुमति से बेची। जबकि ग्रामीणों का कहना है कि नीम, पीपल, आम, जामुन, गुलमोहर सहित कई प्रजाति के पेड़ यहां लगे हुए थे।
सीईओ प्रजापति का कहना है कि पंचायत भवन में अवैध कटाई की जांच का गोपनीय मामला है। मैं कुछ नहीं बोल सकता। अपनी रिपोर्ट में सब लिख दूंगा। जब उनसे पूछा कि अपनी रिपोर्ट किसे सौंपेंगे तो उन्होंने इसका भी कोई जवाब नहीं दिया।