शिप्रा को लेकर कलेक्टर और निगम आयुक्त ने लिया एक्शन…स्मार्ट सिटी के E E का गिराया विकेट
खबर का असर : महाकाल की शिप्रा मैली हो गई पापियों का पाप धोते-धोते… इस मामले को अवंतिका ब्रह्मास्त्र चैनल ने प्रमुखता से उठाया था। खबर का असर बहुत तेजी से हुआ…और हो गई एक्शन। … दोषी को किया सेवा से बर्खास्त
उज्जैन। मोक्षदायिनी शिप्रा नदी के निर्मल जल में गंदे नाले का पानी मिलने और नदी के पानी को प्रदूषित करने के मामले में पहली कार्रवाई हुई है। उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम तथा नगर निगम आयुक्त रोशन सिंह ने कार्रवाई करते हुए शिप्रा नदी में सीवेज की गंदगी मिलने के मामले में दोषी मानते हुए स्मार्ट सिटी के ईई मनीष जैन को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। गंदे नाले का पानी जिस ढंग से शिप्रा में मिला उसे कलेक्टर ने मनीष जैन की लापरवाही माना है। उज्जैन कलेक्टर ने स्मार्ट सिटी के ईई का तो विकेट गिरा दिया ,लेकिन ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब शिप्रा में गंदे नाले का पानी मिला है। आमजन का सवाल यही है कि क्या और भी लोगों की लापरवाही पर कार्रवाई होगी, ताकि शिप्रा के निर्मल जल के साथ भविष्य में छेड़छाड़ न हो और नाले का या खान नदी का गंदा पानी न मिले?
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम की बड़ी कार्रवाई….शिप्रा नदी में सीवेज की गंदगी मिलने पर स्मार्ट सिटी के ईई को हटाया
वास्तव में यह कार्रवाई भी इसलिए हो सकी है ,क्योंकि विधायक से लेकर सांसद और मंत्री तथा अन्य जिम्मेदारों की जमकर निंदा हो रही थी। बड़े-बड़े लच्छेदार भाषण और वादे तो सब ने किए लेकिन शिप्रा में कभी नाले का तो कभी खान नदी का गंदा पानी मिलता ही रहता है।