मुस्लिम और ईसाई मिशनरियों के धर्म परिवर्तन की कहानी अब पुरानी –पहली बार हिंदू महिला पर बौद्ध धर्म अपनाने का दबाव
पुलिस से शिकायत करते हुए कहा- विरोध करती हूं, तो पति पीटता है
ग्वालियर। लव जिहाद के तो ढेरों किस्से सुने और पढ़े हैं। मुस्लिम तथा ईसाई मिशनरियों द्वारा धर्मांतरण के भी कई मामले सामने आ चुके हैं , परंतु पहली बार ऐसी खबर आ रही है जब एक हिंदू महिला को बौद्ध धर्म स्वीकार करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। धर्म परिवर्तन के मामले में यह नया एंगल है।
ग्वालियर में महिला ने पुलिस में शिकायत करते हुए कहा है कि जेठानी उस पर बौद्ध धर्म अपनाने का दबाव बना रही है। दिवाली के दिन उसे लक्ष्मी पूजन तक नहीं करने दिया गया। विरोध करती हूं तो पति पीटता है। जेठानी भी मारपीट करती है। दहेज में 5 लाख रु. और कार लाने के लिए उसे प्रताड़ित किया जा रहा है। महिला ढाई महीने की गर्भवती है। एडिशनल एसपी ने थाना प्रभारी को कार्रवाई के लिए कहा है।
मुरार थाना क्षेत्र के नर्मदापुरम कॉलोनी की रहने वाली 22 साल की विवाहिता ने जनसुनवाई में पहुंचकर ये शिकायत की। उसने पुलिस को बताया कि उसकी शादी थाटीपुर थाना क्षेत्र के नितिन नगर इलाके में रहने वाले भूपेंद्र सिंह से 20 जनवरी 2005 को हुई। शादी के समय परिवार ने 8 लाख रुपए का खर्चा किया था। वह शादी के बाद पहली बार विदा होकर ससुराल पहुंची, तो उसके ससुराल में पति, सास, ससुर सभी लोगों ने उसे कम दहेज लाने के लिए ताना देना शुरू कर दिए।
हर दिन सिर्फ एक बोतल पानी देते हैं
जेठानी बौद्ध धर्म को मानती है। वह लगातार उस पर बौद्ध धर्म अपनाने के लिए दबाव डाल रही है। यहां तक कि जेठानी ने दीपावली के दिन उसे अपने घर में लक्ष्मी पूजन तक नहीं करने दिया। विवाहिता का कहना है कि वह ढाई महीने की प्रेग्नेंट है, लेकिन इसके बावजूद भी उसका पति उसके साथ लगातार बेरहमी से मारपीट करता है। उसे एक बोतल पानी के साथ थोड़ा- बहुत खाने को दे देते हैं।
एडिशनल एसपी ने कार्रवाई के दिए निर्देश
एडिशनल एसपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि विवाहिता की शिकायतें गंभीर हैं। यही वजह है कि थाटीपुर थाना प्रभारी को तत्काल कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।