अघोरी बाबा से चेले ने ठगे 21 लाख
अमेरिका से एक करोड़ दान में दिलवाने का दिया था झांसा
बाबा पर ठगोरे को 11 दिन तक बंधक बनाने का आरोप
यूपी के सीएम योगी के हस्तक्षेप से छूटे ठग को ले गई गाजियाबाद पुलिस
अघोरी बाबा ने भी कहा- रुपए नहीं लौटाए तो दर्ज करवाएंगे प्रकरण
ब्रह्मास्त्र उज्जैन। उत्तर प्रदेश के एक युवक ने उज्जैन के अघोरी बाबा को एक करोड़ रुपए दान देने का झांसा देकर 21 लाख रुपए ठग लिए। जब बाबा को इसका पता चला, तो उसे बंधक बना लिया। युवक की पत्नी ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई। योगी के दखल के बाद गाजियाबाद पुलिस ठग को छुड़ाकर ले गई।
उज्जैन के श्मशान चक्रतीर्थ में अघोरी बाबा बमबमनाथ रहते हैं। उनके पास देशभर से कई चेले आते रहते हैं। भक्त उन्हें दान भी देते हैं। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद का रहने वाला अनुज प्रकाश (27) पिता ओम प्रकाश भी बमबमनाथ का चेला है। उसने बाबा को बताया कि वह अमेरिका में फेसबुक कंपनी में काम करता है। अमेरिका से कुछ लोग बाबा को एक करोड़ रुपए दान देना चाहते हैं, लेकिन इससे पहले 21 लाख का प्री-टैक्स जमा करना होगा।
बाबा ने अनुज को इंदौर में रहने वाले अपने मैनेजर धीरज से मिलवा दिया। अनुज ने 7 जुलाई को धीरज को गाजियाबाद बुलाया। धीरज ने अनुज के खाते में 21 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद अनुज अमेरिका जाने की बात कहकर गायब हो गया। फिर गुरु पूर्णिमा पर ठगोरा अनुज उज्जैन पहुंचा। बाबा ने बैंक अकाउंट की जांच की तब ठगी का पता चला। फिर बाबा ने अनुज को श्मशान स्थित आश्रम में 11 दिन तक बंधक बनाए रखा। बताया जा रहा है कि यहां उसकी पिटाई भी की तथा मोबाइल भी छीन लिया।
उधर, ठगोरे की पत्नी ने भी अलग ही कहानी रच दी। अनुज की पत्नी ने पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट गाजियाबाद पुलिस और सीएम हेल्पलाइन में की। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी की हेल्पलाइन से तुरंत हेल्प मिली और कार्यवाही शुरू हो गई। महिला ने पुलिस को ठगी और उज्जैन जाने की बात नहीं बताई। यूपी पुलिस को अनुज को ढूंढने में 11 दिन लग गए। पुलिस गुरुवार को उज्जैन पहुंची। यहां से वे जीवाजीगंज थाना प्रभारी गगन बादल के साथ बाबा बमबमनाथ के आश्रम पहुंचे। अनुज को मुक्त कराकर गाजियाबाद ले गए।चेला बनकर चपत दे दी
बाबा बमबमनाथ ने कहा कि चेला बनकर अनुज ने भरोसा जीता। 21 लाख रुपए खाते में डलवा लिए। जब बैंक में पहुंचा, तो ठगी का पता चला। बाबा ने बताया कि अनुज ने पैसे वापस करने की बात कही है। अगर वह नहीं लौटाता तो शिकायत दर्ज कराएंगे।
गाजियाबाद में भी दर्ज है धोखाधड़ी का मामला
गाजियाबाद के कवि नगर थाने के एसआइ देवेंद्रसिंह ने उज्जैन पुलिस को बताया कि अनुज के खिलाफ गाजियाबाद में भी धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। वहीं बाबा के शिष्य धीरज ने उज्जैन पुलिस को बताया कि वह जल्द ही गाजियाबाद जाकर धोखाधड़ी किए जाने का केस दर्ज करवाएगा।
गाजियाबाद से आए थे 11 पुलिसकर्मी
गाजियाबाद के कवि नगर थाने में पदस्थ एसआइ देवेंद्रसिंह सहित 11 सदस्यों की टीम गुरुवार को उज्जैन पहुंची थी। यहां जीवाजीगंज टीआई गगन बादल ने बताया बाबा के शिष्य ने धीरज से चर्चा कर अनुज को उज्जैन बुलाया था। अनुज ने बयान दिए कि उसका अपहरण नहीं किया था। वहीं उसने इस संबंध में कोई भी एफआइआर दर्ज करवाने से इंकार कर दिया। इस पर गाजियाबाद पुलिस अनुज को अपने साथ लेकर रवाना हो गई।
बाबा ने नहीं की ठगी की शिकायत
जीवाजीगंज थाने के टीआई गगन बादल ने बताया कि बाबा बमबमनाथ ने अभी तक उनके साथ ठगी किए जाने की कोई शिकायत थाने पर नहीं की है। बाबा के शिष्य से अनुज ने रुपये लिए थे। लेनदेन गाजियाबाद में किया गया था। धीरज ने उससे रुपये देने को कहा तो वह टाल रहा था। इस पर धीरज ने कहा था कि जब तक रुपये वापस नहीं देता है, वह इंदौर से नहीं जाएगा तो अनुज ने भी हां कह दी थी। इस कारण वह इंदौर में ही रह रहा था।
5 से 6 साल पहले बना था बाबा का भक्त
आरोपी अनुज प्रकाश 5 से 6 साल पहले अघोरी बाबा का चेला बना था। वह कई बार परिवार समेत उज्जैन आ चुका है। बाबा ने बताया कि वह गुरुपूर्णिमा मनाने आया था। इस दौरान मैं अचानक बैंक पहुंचा। यहां पता चला कि मेरे बैंक में रकम नहीं आई है। इसके बाद मुझे ठगी का अहसास हुआ। आरोप है कि युवक गुरुपूर्णिमा पर उज्जैन आया तो चक्रतीर्थ मुक्तिधाम पर रहने वाले अघोरी बाबा के शिष्य ने उसे इंदौर ले जाकर बंधक बना लिया। गाजियाबाद की पुलिस उज्जैन पहुंची थी। यहां जीवाजीगंज पुलिस ने बाबा के शिष्य से चर्चा कर उसे उज्जैन बुलाया और युवक को गाजियाबाद पुलिस को सौंप दिया। बाबा के शिष्य गगन बादल का कहना है कि वह जल्द ही गाजियाबाद जाकर ठगी की शिकायत दर्ज करवाएगा। गगन के अनुसार बाबा को अनुज ने बताया था कि वह अमेरिका के बोस्टन में फेसबुक में काम करता है। उसने बाबा को एनआरआइ से एक करोड़ रुपये दान दिलवाने का झांसा दिया था। इस पर बाबा ने अपने इंदौर के एमआर 10 पर स्थित मंदिर के व्यवस्थापक धीरज से मिलवाया था। अनुज ने दान दिलवाने के लिए धीरज को फ्लाइट से गाजियाबाद बुलाया था। जहां उसने धीरज से कहा कि इतनी अधिक राशि दान में लेने के लिए प्री-टैक्स जमा करना पड़ता है। प्री-टैक्स के नाम पर अनुज ने धीरज से 21 लाख रुपये अपने बैंक खाते में जमा करवा लिए थे। अनुज ने झांसा देने के लिए बाबा के आश्रम के लिए पटना में एक जमीन भी दिखा दी थी। रुपये लेने के बाद वह विदेश जाने के नाम पर गायब हो गया था।