वसूली एजेंटों की बेईमानी के चलते श्रीराम कंपनी भी हो रही बदनाम

उज्जैन में श्रीराम कंपनी के नाम से थाने में दर्जनों आवेदन पहुंचे..अब इंतजार कारवाई की  …

उज्जैन ब्रांच के मैनेजर की लापरवाही से उठाईगिरे वसूली एजेंटों को काम पर रखकर अब कंपनी खुद भी परेशान है। इन एजेंटों ने कंपनी के कई उपभोक्ताओं से तो पैसे वसूल लिए लेकिन कंपनी में वह पैसे जमा नहीं हुए। उपभोक्ताओं के सामने अब कंपनी बहानेबाजी और बत्तीबाजी कर रही है।

उसकी हालत सांप छछूंदर केरी जैसी है। यानी उसे न निगलते बन रहा है और न ही उगलते। वह यदि एजेंटों पर पैसे खाने का आरोप लगाकर थाने पहुंचती है तो कंपनी की बदनामी होगी और अगर नहीं पहुंचती है तो लाखों रुपया डूब जाएगा। बस यही है कि जिन वसूलीवाजो को रखा था, उनसे वह कैसे वसूलेगी?

बहाने बनाने में मास्टर श्रीराम कंपनी के वसूली एजेंट ग्राहकों से वसूली कर लाखों रुपए अपने पास ही रख लेते है।
बताते हैं कि अब कंपनी ऐसे एजेंटों को फोन लगा रही है और ग्राहक कंपनी के चक्कर काट रहे हैं।
दरअसल ऐसा मैनेजर की लापरवाही के कारण माना जा रहा है, क्योंकि वे उठाईगिरे टटपुंजे गुंडों को रखते हैं वसूली के लिए लेकिन बाद में वही गुंडे अपनी औकात दिखा कर कंपनी के ही पैसे जेब में रखकर गायब हो जाते हैं। यह मामला कोई नया नहीं है। इससे पहले भी श्रीराम कंपनी में इस तरह के कई मामले आए हैं। जब एजेंट ने वसूली तो की, लेकिन कंपनी में रुपया जमा नहीं किया।

वसूली करने का भी तरीका फुल गुंडागर्दी

लोगों से फायदें की गाड़ी छीनना, उनसे विवाद करना और पैसा वसूलने के बाद कंपनी छोड़ कर रफूचक्कर हो जाना। अब इन्हीं मामलों को लेकर ग्राहकों ने माधवनगर थाने में कई आवेदन श्रीराम कंपनी के नाम से दिए हैं। बहरहाल,पुलिस मामले को जांच में लेकर कार्रवाई की तैयारी कर रही है। हो सकता है शहर के कई थानों में श्रीराम कंपनी के नाम के आवेदन जमा हो।

कई टोपीबाज 420 वसूली एजेंटों के नाम पर से हम हटाएंगे पर्दा…अगले अंक में। इनमें से कई वसूली एजेंट रसूखदारों के लड़के भी हैं। यहां तक कि किसी का परिवार पुलिस विभाग से ही ताल्लुक रखता है। श्रीराम कंपनी के कई वसूली एजेंटों ने अब अपने मोबाइल तक बंद कर लिए हैं। कंपनी जवाब देने को तैयार नहीं है, न ही इन लोगों का एड्रेस दे रही है, न ही इन लोगों की जानकारी। मतलब कहीं ना कहीं मैनेजर की मिलीभगत नजर आ रही है।

जल्दी ही खुलासा करेंगे, इनकी नामजद गुंडागर्दी