इंदौर में 400 टैंकर भी नहीं बुझा पा रहे शहरवासियों की प्यास
बढ़ती गर्मी के साथ ही इंदौर में बढ़ने लगी टैंकरों की मांग
इंदौर। गर्मी के तेवर तीखे होते ही शहर में टैंकरों की मांग बढ़ने लगी है। जिन इलाकों में नर्मदा जल वितरण की व्यवस्था नहीं है, वहां तो टैंकर ही एकमात्र साधन हैं। वर्तमान में नगर निगम शहर में 400 से ज्यादा टैंकर चला रहा है। इनमें नगर निगम के और नगर निगम में अटैच निजी दोनों तरह के टैंकर शामिल हैं। टैंकरों की बढ़ती मांग के चलते निगम ज्यादा से ज्यादा टैंकर चलाने पर भी विचार कर रहा है।
शहर में अब भी कई इलाके हैं जहां नर्मदा जल वितरण लाइन अब तक नहीं डली है। एमआईसी बैठक में भी यह मुद्दा प्रमुखता से उठ चुका है। महापौर ने खुद निर्देश दिए थे कि ऐसे इलाके जहां नर्मदा जल वितरण लाइन डल गई है और सिर्फ सप्लाय शुरू करना शेष है, वहां तुरंत सप्लाय शुरू कर दिया जाए। बावजूद इसके हालात में कोई खास फर्क नहीं पड़।
एयरपोर्ट क्षेत्र की कुछ कालोनियों में तो वर्तमान में टैंकर ही जल वितरण का सहारा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि निगम के टैंकर क्षेत्र में आते तो हैं लेकिन पर्याप्त नहीं है। कुछ लोग पार्षदों पर अपने समर्थकों को पानी देने का आरोप भी लगाते हैं। इधर नगर निगम के जल वितरण शाखा प्रभारी संजीव श्रीवास्तव का कहना है कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी नगर निगम ने निजी टैंकर अटैच किए हैं।
इनके माध्यम से शहर में जल वितरण की व्यवस्था सुचारू बनाए रखने का प्रयास किया जा रहा है। कुछ इलाकों में नर्मदा लाइन डालने का काम अंतिम चरण में हैं। जिन इलाकों में लाइन डल गई है वहां इसे तुरंत शुरू किया जा रहा है। कुछ ही दिन में हालात सामान्य हो जाएंगे।
पश्चिम-पूर्व में एक जैसे हालात
पश्चिम और पूर्व दोनों तरफ हालात एक जैसे हैं। पूर्वी क्षेत्र में भी कई इलाके पूरी तरह से टैंकर पर आश्रित हैं। वहीं पश्चिम क्षेत्र में भी लगभग यही हालात हैं।