हिंदू छात्राओं को कथित ‘हिजाब’ पहनाने का विरोध : दमोह में हिंदूवादियों का प्रदर्शन
मुख्यमंत्री भी बोले- किसी भी बेटी को नहीं किया जा सकता बाध्य
दमोह। यहां के गंगा जमना हायर सेकेंडरी स्कूल में छात्राओं को कथित हिजाब पहनाने का मामला गरमाता जा रहा है। एक तरफ स्कूल प्रबंधन और कुछ छात्राएं भले ही इसे स्कॉर्फ और ड्रेस कोड का हिस्सा बता रही हैं, तो वहीं कुछ छात्राओं के पेरेंट्स आरोप लगा रहे हैं कि स्कूल में बच्चियों को हिजाब पहनने पर मजबूर किया जाता है। वहीं हिंदूवादी संगठन प्रशासन की उस जांच पर सवाल उठा रहे हैं, जिसमें अधिकारियों ने इस मामले में स्कूल प्रबंधन को क्लीन चिट दे दी है। सीएम शिवराज सिंह ने इस मामले में कलेक्टर को जांच के आदेश दिए है। मुख्यमंत्री ने इस मामले में कहा है कि किसी भी बेटी को कोई भी स्कूल बाध्य नहीं कर सकता कि वह कोई ऐसी चीज पहने जो उसकी परंपरा में नहीं है। जांच के बाद कार्रवाई करेंगे।
हिंदूवादी संगठन बोले- शिक्षा अधिकारी की जांच झूठी
गुरुवार को हिंदूवादी संगठन के साथ ही कुछ छात्राओं के पेरेंट्स भी कलेक्ट्रेट पहुंचे। संगठन से जुड़े पवन रजक का आरोप है कि जिला शिक्षा अधिकारी और अन्य अधिकारियों ने मिलकर जो जांच की है, वह झूठी है। तीन-चार घंटे में ही जांच करके क्लीन चिट कैसे दी जा सकती है। मेरे साथ कुछ ऐसे परिवार हैं, जिनके बच्चे इसी स्कूल में पढ़ते हैं। परिजनों का आरोप है कि उनके बच्चों को हिजाब पहनने के लिए दबाव बनाया जाता है।