महाकाल लोक में गिरि मूर्तियों के मामले की लोकायुक्त जांच शुरू
जिम्मेदारों से सवाल प्लास्टिक की बनाने का फैसला किसने लिया
दैनिक अवंतिका उज्जैन।
महाकाल लोक में आंधी में गिरी सप्तऋषि की 6 मूर्तियों के मामले में लोकायुक्त जांच शुरू हो गई है। पहली बार ऐसा हुआ जब लोकायुक्त ने स्वत: ही संज्ञान लेकर मामला जांच में लिया हो।
लोकायुक्त जस्टिस एनके गुप्ता के अनुसार उक्त मामले की जांच दर्ज कर तकनीकी शाखा को भेज दी गई है। लोकायुक्त की यह जांच इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रदेश सरकार ने इस मामले में भ्रष्टाचार की बात को सीरे से खारिज कर दिया है। एक दिन पहले ही सरकार के मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा था कि महाकाल लोक में टूटी मूर्तियां आंधी के कारण क्षतिग्रस्त हुई।इसमें कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ। जांच नोटशीट में उल्लेख है कि संगठन में महाकाल लोक के निर्माण के कुछ घटकों की जांच पहले से चल रही है। परंतु उसमें मूर्तियों की जांच शामिल नहीं है। ऐसे में इस मामले की अलग से जांच होगी। लोकायुक्त ने जिम्मेदारों से सवाल किया है कि आखिर मूर्तियां प्लास्टिक की लगाने का निर्णय किसने लिया। साथ ही मूर्ति गिरने के मामले का कौन जिम्मेदार है।