अवैध खनन का मामला: इंदौर में दो मंत्री सिलावट व उषा ठाकुर के बीच ठनी

इंदौर। अवैध खनन को लेकर दो मंत्रियों में ठन गई है। एक मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के खास हैं, तो दूसरी मंत्री संघ की खास। यह मंत्री हैं कांग्रेस से भाजपा में आए तुलसी सिलावट और महू से विधायक व पर्यटन और धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर। एक मंत्री चाहते हैं कि बड़ी कार्रवाई नहीं हो तो वहीं दूसरे मंत्री चाहते हैं कि कठोर से कठोर कार्रवाई हो। अब यह पूरी घटना सिंधिया समर्थक मंत्री और मूल बीजेपी पार्टी के मंत्री के बीच ठन गई है। हाल ही में सत्यनारायण सत्तन से लेकर भंवर सिंह शेखावत सभी ने मोर्चा खोला। खासकर शेखावत ने इन मंत्रियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर भ्रष्टाचार और लूट करने जैसे आरोप लगाए थे।
गौरतलब है कि जिला कलेक्टर के पास 27 अप्रैल को ग्राम बारोली में अवैध खनन की शिकायत पहुंची। कलेक्टर ने सरकारी जमीन पर हो रहे अवैध खनन को लेकर रात को ही कार्रवाई कराते हुए सभी गाडियां जब्त कर ली। हालांकि इस दौरान खनन करने वालों ने पुलिस बल को रोकने के लिए रास्ते में कीलियां तक डाल दी कि पुलिस पहुंच नहीं पाए, लेकिन आखिरकार गाडियां जब्त हो गई।
सिलावट से हुए फोन और अब आई ठाकुर की चिट्ठी
खनन करने वालों ने मंत्री सिलावट तक अप्रोच लगवाई और प्रशासन तक फोन लगवाए कि राहत दी जाए। लेकिन अवैध खनन का बड़ा मामला होने से कई बार फोन होने के बाद भी राहत नहीं मिली, लेकिन कोशिशे लगातार चलती रही। इसकी भनक लगी मंत्री उषा ठाकुर को क्योंकि यह खनन हो रहा था गौ शाला के पीछे। अब मंत्री ठाकुर ने प्रशासन को चिट्ठी लिख दी। इसमें कहा गया है कि ग्राम बारोली में शासकीय जमीन पर खनन माफियाओं द्वारा जमकर अवैध खनन हो रहा है। इसमें प्रशासन द्वारा कार्रवाई कर डंपर, जेसीबी, पोकलेन जब्त हुई है। इन माफियाओं पर कठोर कार्रवाई की जाए और सभी वाहनों को राजसात किया जाए।
सूत्रों के अनुसार अवैध खनन मामले में खनिज विभाग ने एरिया का सर्वे और जांच कर करीब छह करोड़ से ज्यादा की पेनल्टी लगाने का हिसाब बना लिया है। वहीं सिलावट ने इस मामले में कहा कि मैं भी इस मामले में कलेक्टर को बोलूंगा कि सभी अवैध खनन वालों पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए।