भाजपाइयों ने मुख्यमंत्री से कर दी अफसरों की मनमानी की शिकायत
इंदौर में मची है ‘लूट’, नहीं होती सुनवाई
इंदौर। किसी का भी काम लेकर जाओ तो अधिकारी सुनते नहीं। वाहन चलाते समय हेलमेट और सीट बेल्ट न लगा होने पर चालान के नाम पर यातायात पुलिस अवैध वसूली कर रही है। बिजली के बिल बहुत बढ़कर आ रहे हैं। बिजली कंपनी के अधिकारियों को बताते हैं, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं होता। नगर निगम भी मनमाना संपत्ति कर वसूल रहा है। किसी के घर के ऊपर टिन शेड बना होता है तो उसका भी अलग से संपत्ति कर जोड़ लिया जाता है।
शनिवार को इंदौर आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के समक्ष भाजपा के मंडल अध्यक्षों और अन्य नगर पदाधिकारियों ने कुछ इस तरह व्यथा सुनाई। मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट के वीआईपी लाउंज में ही सभी से चर्चा की। वे नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड को विदा करने आए थे। संगठन पदाधिकारियों की समस्याएं सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने वहां मौजूद संभागायुक्त डा. पवन कुमार शर्मा, कलेक्टर डा. इलैया राजा टी, पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर और नगर निगम कमिश्नर हर्षिका सिंह को तुरंत बुलाया।
छावनी मंडी में भारी वाहनों का मामला भी उठा
चर्चा के दौरान कुछ पदाधिकारियों ने छावनी मंडी में आने वाले भारी वाहनों के कारण होने वाली यातायात समस्या का मुद्दा मुख्यमंत्री के सामने रखा। व्यापारी प्रतिनिधियों ने कहा कि छावनी मंडी को शहर से बाहर शिफ्ट किया जाना चाहिए। विधायक आकाश विजयवर्गीय ने कहा कि छावनी मंडी के लिए नई जमीन देखने के प्रयास लगातार चल रहे हैं। जल्द ही इस मामले में कोई रास्ता निकलेगा।