गुजरात के मोहित इंदौर में लेंगे जैन दीक्षा, चलेंगे वैराग्य के पथ पर
आचार्यदेव विश्वरत्न सागर के सान्निध्य में होगी दीक्षा
दैनिक अवन्तिका इंदौर
गुजरात के 21 वर्षीय मोहित शाह इंदौर में दीक्षा लेकर वैराग्य के पथ पर चलेंगे। उनका दीक्षा महोत्सव आचार्य विश्वरत्न सागर सूरीश्वर महाराज सहित 25 साधु-साध्वियों के सान्निध्य में 7 व 8 जून को बास्केटबाल कांप्लेक्स में होगा। महोत्सव नवरत्न परिवार और जैन श्वेतांबर मालवा महासंघ के तत्वावधान में होगा।
मुमुक्षु मोहित का जन्म 6 सितंबर 2002 को गुजरात के सुरेंद्र नगर में डिंपल-योगेश शाह के यहां हुआ। उन्होंने जैन संस्कारों में रहते हुए पंच प्रतिक्रमण, नवस्मरण, जीव विचार, नवतत्व एवं वैराग्य शतक जैसे ग्रंथों का अध्ययन किया। उन्होंने सिद्धि तप, दो उपधान, गिरनार यात्रा, वर्धमान तप की 17 ओली, 119 कल्याणक, भूमि स्पर्शना के साथ ही 2200 किलोमीटर से अधिक विहार भी किया है।
महोत्सव समिति के मुख्य संयोजक ललित सी. जैन एवं दिलसुखराज कटारिया ने बताया कि 7 जून को दीक्षार्थी मोहित का वषीर्दान, वरघोड़ा सुबह 7.30 बजे वल्लभ नगर के जैन श्वेतांबर मंदिर से प्रारंभ होकर लैंटर्न होटल चौराहा होते हुए बास्केटबाल स्टेडियम पहुंचेगा। यहां साधु-साध्वी की धर्मसभा के साथ दीक्षा के कार्यक्रमों का शुभारंभ होगा। शाम 7.30 बजे से दीक्षार्थी का विदाई समारोह होगा। इसमें मोहित के स्वजन, रिश्तेदार एवं स्नेहीजन उन्हें वैराग्य एवं संयम के पथ पर आगे बढ़ने की मंगलकामनाएं समर्पित करेंगे।
8 जून को सुबह 8 बजे से बास्केटबाल स्टेडियम पर दीक्षार्थी अपनी सांसारिक वस्तुओं का त्याग कर सत्य, अहिंसा और अपरिग्रह के प्रतीक साधु वेश को स्वीकार करेंगे। आचार्यदेव उन्हें नया नाम एवं परिवेश प्रदान करेंगे। आयोजन प्रभारी प्रीतेश ओस्तवाल के अनुसार मुमुक्षु को दीक्षा प्रदान करने के लिए आचार्य विश्वरत्न महाराज 6 जून को साध्वी पद्मलताश्री, साध्वी सौम्यवंदनाश्री, साध्वी जिनेश रत्नश्री, साध्वी जिनेश कलाश्री आएंगी।