श्रावण मास 60 दिन का, हर सोमवार को रात 2.30 बजे खुलेंगे महाकाल के पट
– महाकाल की 10 सवारियां निकलेगी, बाबा के लिए बन रहे 3 नए रथ
दैनिक अवंतिका उज्जैन।
इस बार श्रावण मास 4 जुलाई से शुरू हो जाएगा। अधिक मास होने से यह 2 महीने यानी करीब 60 दिन का होगा। श्रावण मास में अधिक भक्तों को दर्शन देने के लिए भगवान महाकाल जल्दी जागेंगे और पुजारी रात 2.30 बजे ही मंदिर के पट खोल देंगे। दो श्रावण मास होने से इस बार महाकाल की 10 सवारियां निकलेगी। इसके लिए 3 नए रथ बनवाए जा रहे हैं।
महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने श्रावण मास की तैयारियां शुरू कर दी है।श्रावण मास के सामान्य दिनों में मंदिर के पट रात 3 बजे खोले जाएंगे।सोमवार को अधिक भीड़ होने से आधे घंटे पहले पट खोलने की परंपरा है। देशभर से मंदिर में दर्शन के लिए उमड़ने वाले हजारों श्रद्धालुओं को सुविधा पूर्वक दर्शन कराने के लिए समिति जुटी हुई है। समिति के सदस्य व अधिकारी दर्शन व्यवस्था का प्लान तैयार कर रहे है। महाकाल मंदिर के पुजारी व मंदिर प्रबंध समिति के सदस्य प्रदीप गुरु ने बताया श्रावण मास में मंदिर की परंपरा अनुसार सुबह की भस्म आरती के पहले सोमवार को रात 2.30 बजे व सामान्य दिनों में रात 3 बजे से पट खोले जाएंगे। जबकि प्रतिदिन सुबह 4 बजे का नियम है। पट खुलने के बाद पूजन, भस्मारती आदि की सभी व्यवस्थाएं पूर्व से निर्धारित है।
श्रावण का अधिकमास होने से 10 सवारी, दानदाता बनवा रहे रथ
महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि इस बार श्रावण का अधिकमास आने से महाकाल की 10 सवारियां निकाली जाएगी। श्रावण में प्रति सोमवार शाम 4 बजे मंदिर के सभा मंडप में पूजन के उपरांत भगवान महाकाल पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलते हैं। इस बार पहले श्रावण में 4, दूसरे श्रावण में 4 व दो भादौ की मिलाकर कुल 10 सवारी होगी। अधिक संख्या में सवारी होने के कारण मंदिर समिति बाबा के लिए 3 नए लकड़ी के रथ का निर्माण भी दान दाताओं के माध्यम से करवा रही है।
30 जून से मंदिर में हो सकता है गर्भगृह में आम प्रवेश बंद
श्रावण के महीने में महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आम प्रवेश बंद रहता है। इस बार श्रावण महीना 60 दिनों का रहेगा। लिहाजा गर्भगृह में प्रवेश बंद करने को लेकर अगले सप्ताह होने वाली महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में निर्णय लिया जाएगा। बताया जा रहा है कि गर्भगृह में प्रवेश बंद करने की प्रक्रिया 30 जून से प्रारंभ हो सकती है।
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