मामला युवती को रुपए लेकर बेचने का : 1 लाख 70 हजार रूपए में बेचा: पुलिस ने मामले में 5 आरोपियों को किया गिरफ्तार
बच्चीं ने दिखाया साहस, आरोपी के द्वारा जबरदस्ती करने पर दिखाया चाकू
पुलिस ने 6 आरोपियों के खिलाफ मानव तस्करी सहित अन्य धाराओं में किया प्रकरण दर्ज
बच्चीं ने दिखाया साहस, आरोपी के द्वारा जबरदस्ती करने पर दिखाया चाकू
ब्रह्मास्त्र धार। पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में भोपाल निवासी एक नाबालिग बच्चीं को बेचने के मामले में पुलिस की जांच जारी हैं, शुरूआती जांच में पुलिस को यह बात सामने आई हैं कि नाबालिग बच्चीं को 1 लाख 70 हजार रूपए में बेचा गया था। इस बात की पृष्टि बच्चीं के बयान के माध्यम से हुई हैं, बच्चीं मूलत: भोपाल जिले के ग्राम भरूआ की रहने वाली हैं। तथा कुछ माह पहले पीथमपुर आ गई थी, बच्चीं के अनुसार मां के निधन के बाद से ही पिता आए दिन शराब पीकर मारपीट करते थे।
इसी बात से नाराज होकर पीथमपुर में आकर रहने लगी, इधर मामले की जांच करते हुए पुलिस ने मानव तस्करी सहित अन्य धाराओं में अब कुल 6 लोगों को आरोपी बनाया है। पुलिस पूरे मामले की जांच मानव तस्करी से जुड़े बिंदुओं को लेकर कर रही हैं, साथ ही आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए दो टीमे भी बनाई गई है। जिसे सफलता मिली हैं, पुलिस ने देर शाम तक कुल 5 आरोपियों को पकडा हैं, जिनसे पूछताछ की जा रही है। दरअसल बुधवार दोपहर के समय 15 वर्षीय बच्चीं पीथमपुर थाने पर पहुंची थी, जहां पर बच्चीं ने अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया। ऐसे में टीआई तारेश सोनी तुरंत हरकत में आए व पूरा मामला वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया, जिसके बाद पुलिस ने बच्चीं के बयान दर्ज करते हुए प्रकरण दर्ज किया। बच्चीं ने रिपोर्ट में बताया कि 4 अप्रैल को पीथमपुर में मछली मार्केट सेक्टर तीन में स्थित घर को छोड़कर इधर-उधर घुमती फिरती रहती थी, इसी बीच गांव का युवक आषीष उसे मिला, जो पहले से ही परिचित था। उसने बच्चीं को अपनी मौसी राधा बाई के घर लेकर गया, जहां पर करीब डेढ़ माह तक मौसी ने रखा व खाना भी खिलाया, कुछ दिनों बाद नेमीचंद्र नाम का व्यक्ति आया व मौसी ने दबाव बनाकर बच्चीं को उसके साथ भेज दिया। यहां से नेमीचद ने नालछा निवासी कृष्णा के घर भेज दिया।
बच्चीं ने दिखाया साहस
15 वर्षीय बच्चीं जब ग्राम नालछा कृष्णा के घर पहुंची तो उसके माता व पिता बच्चीं से घर का काम करवाने लगे, बच्चीं के विरोध करने पर कृष्णा के परिवार के लोग उसके साथ मारपीट करते व जान से मारने की धमकी भी देने लगे। इसी बीच खरीदार कृष्णा ने कई मर्तबा बच्चीं के साथ जबरदस्ती करने की कोषिष की, किंतु बच्चीं ने साहस का परिचय देते हुए कृष्णा को डंडा व चाकू दिखाकर अपने से दूर भगाते हुए अपनी इज्जत को बचाया। इसी तरह से आए दिन आरोपी बच्चीं को धमकाने लगा व कहता कि मेरे परिवार के लोग नेमीचंद्र से तुझे 1 लाख 70 हजार रूपए में खरीदकर लेकर आए हैं, तथा तेरी मौसी ने तुझे पहले नेमीचंद्र को बेचा था।
अंधेरे में घर से भागी बच्चीं
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार बच्चीं 14 अगस्त की देर रात्रि में कृष्णा के परिवार के लोग सो रहे थे, इसी बीच खिड़की से कूदकर बच्चीं घर से भागी व अंधेरे में ही एक बस में बैठकर पीथमपुर आ गई। इधर मामले की जांच करते हुए पुलिस ने आषीष निवासी इंडोरामा, राधाबाई पति सुभाष, नेमीचंद्र निवासी सागौर, कृष्णा पिता सीताराम, अहिल्याबाई पति सीताराम व सीताराम के खिलाफ छेड़छाड़, अपहरण, मानव तस्करी सहित पॉस्को एक्ट में प्रकरण दर्ज किया है। टीआई तारेश सोनी ने बताया कि बच्चीं के कथनों के अनुसार कुल 6 लोगों पर प्रकरण दर्ज किया हैं, बच्चीं ने ही नेमीचंद्र पर 1 लाख 70 हजार रूपए में बेचने की बात कही हैं, पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है। जल्द ही पूरे मामले का खुलासा करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
इनका कहना है
बच्चीं के बयान के आधार पर पुलिस ने 6 लोगों को आरोपी बनाया हैं, जिसमें से पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मामले की जांच की जा रही है।
आदित्य प्रतापसिंह, एसपी, धार