कालियादेह क्षेत्र में नहाने के दौरान तालाब में डूबने से 2 छात्रों की मौत, हाईवे रोड निर्माण के लिए खोदा गया था तालाब,

उज्जैन।  कालियादेह गांव में रहने वाले 2 नाबालिग गुरूवार को गांव से जैथल जाने वाले मार्ग पर बने अमृत योजना के तालाब में डूब गये। देर शाम कुछ लोगों ने तालाब किनारे कपड़े-चप्पल पड़ी देखी। शंका होने पर तालाब में तलाश शुरू कराई गई। रात 10 बजे दोनों के शव बाहर निकाले गये।
भैरवगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम कालियादेह से जैथल की ओर जाने वाले पंचक्रोशी मार्च पर अमृत योजना का तालाब खोदा गया है। देर शाम लौट रहे ग्रामीणों ने तालाब के पास 2 जोड़ कपड़े-चप्पल, मोबाइल देखे तो किसी के डूबने की शंका हुई। मामले की सूचना गांव वालों और पुलिस को दी गई। उसके बाद ग्रामीणों ने तलाश शुरू की। रात 10 बजे के लगभग तालाब से गांव में रहने वाले गोपाल पिता मनोहर चौधरी 16 वर्ष और विनित पिता जितेन्द्र सुतार 15 वर्ष के शव बाहर निकाले गये। दोनों की मौत होने की खबर गांव में पहुंचते ही मातम छा गया। दोनों के परिजन भी मौके पर आ गये थे। बताया जा रहा था कि दोनों तालाब में नहाने गये थे। दोनों को डूबते किसी ने नहीं देखा जिसके चलते हादसे का पता देरी से चला। परिजनों ने भी दोनों की तलाश नहीं की थी, उन्हे लगा गांव में होगे, वापस लौट आयेगें। देर रात पुलिस दोनों के शव जिला अस्पताल लेकर पहुंची। शुक्रवार सुबह पोस्टमार्टम कराया जायेगा।

मिली भगत से चल रही थी खुदाई..10 फीट खोदना था, 40 फीट खोद दिया..

नाबालिगों की डूबने से हुई मौत के बाद सामने आया कि अमृत योजना में बना तालाब 10 फीट खोदना था। लेकिन क्षेत्र में गरोठ-इंदौर सिक्स लेन मार्ग का काम चल रहा है। जिसके चलते रोड़ निर्माण में ठेकेदारी करने वालों द्वारा तालाब की खुदाई की जा रही थी, जिसकी मिट्टी-मुरम का उपयोग रोड़ बनाने में किया जा रहा था, लगातार खुदाई के चलते तालाब की गहराई 40 फीट के करीब पहुंच गई थी।

गांव वालों ने दर्ज कराई थी आपत्ति..रात 10 बजे निकाले गये शव, गांव में छाया मातम..

जानकारी यह भी सामने आई है कि तालाब की बेवजह खुदाई का काम मिली भगत से चल रहा था। जिसको लेकर गांव वालों ने आपत्ति दर्ज कराई थी। जिसके बाद जनपद सीओ, घटिया तहसीलदार और पटवारी ने 18 मई को पंचनामा बनाया कर खुदाई रोकने को कहा था। गांव वालों की आपत्ति थी कि उनके खेतों का पानी भी तालाब में जा रहा है।

सरपंच, सहायक सचिव जिम्मेदार..

नाबालिगों की मौत के बाद गांव वालों का आरोप था कि सरपंच आजाद पटेल और सहायक सचिव मुस्ताक पटेल ग्राम पंचायत कालियादेह बालको की मौत के जिम्मेदार है। दोनों को एक भाजपा नेता और भैरवगढ़ थाना पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। खुदाई पर रोक लगने के बाद भी दोनों मिलीभगत से तालाब की खुदाई कर रहे थे।