दिनभर रिमझिम बारिश, सात डिग्री गिरा तापमान, 28 जून तक हो सकती है मानसून की दस्तक
उज्जैन।
2 दिनों से आसमान में छाए बदलों ने मानसून की दस्तक के संकेत जारी कर दिये है। शुक्रवार सुबह से रिमझिम बारिश की शुरूआत हो गई थी। दिनभर सूर्य बादलों से निकलने की जेद्दोजहद करता रहा। शाम को तापमान में सात डिग्री की गिरावट दर्ज की गई।
अरब सागर से उठे चक्रवात बिजरजॉय के चलते इस बार मानूसन जून के दूसरे सप्ताह में केरल पहुंचा था। जो अब र तार पकड़ा दिखाई दे रहा है। मौसम वैज्ञानिको ने शनिवार तक मानसून के मु बई और 28 जून तक मध्यप्रदेश में प्रवेश करने के संकेत दिये है, उससे पहले मानसून की एक्टिविटी मध्यप्रदेश में दिखाई देने लगी है। इंदौर-भोपाल में गुरुवार को तेज बारिश होने के बाद शुक्रवार को उज्जैन में सुबह से ही रिमझिम की शुरुआत हो गई थी। आसमान में सूरज बादलों से निकलने की जेद्दोजहद कर रहा था। हवा 8 से 10 किलोमीटर प्रतिघंटे की र तार से चल रही थी, मौसम काफी सुहाना हो चुका था। शाम ढलने के साथ ही बारिश की र तार में हल्की तेजी आ गई थी। दिनभर की मौसम गतिविधि के बीच अधिकतम तापमान में कमी आई है। जीवाजीराव वेधशाला के अनुसार गुरुवार के मुकाबले शुक्रवार को तापमान 28.5 डिग्री दर्ज हुआ है। एक दिन पहले 35.6 डिग्री रहा था। तापमान में आई गिरावट के बाद अधिकतम और न्यूनतम में सिर्फ 1.5 डिग्री का अंतर रह गया है। शुक्रवार दिनभर हुई बारिश शाम 5 बजे तक 0.6 मिमी. रही। वहीं सुबह और शाम की आद्र्रता का प्रतिशत भी 80-80 रहा। वेधशाला अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र कुमार गुप्त ने बताया कि कुछ दिनों तक तापमान में उतार-चढ़ाव बना रहेगा, जिससे उमस महसूस होगी। लेकिन प्री-मानसून की बारिश होने से गर्मी कम होगी। मानसून की दस्तक होते ही झमाझम का नजारा भी दिखाई देगी।
आशियानों को बचाने की कवायद
मानसून की दस्तक के बढ़ते आसार के बीच गांवों और शहर कर निचली बस्तियों में बने कच्चे आशियानों को बारिश से बचाने की कवायद गरीब परिवारों ने शुरु करते हुए बाजारों से छत पर लगाने के लिये बरसाती खरीदी जा रही है। शहर में बरसाती का बाजार फाजलपुरा, निजातपुरा में लगता है, जिसके साथ ही अब नये और पुराने शहर के कई क्षेत्रों में बरसाती की दुकाने खुल चुकी है। आशियानों के बचाने के साथ ही स्कूलों में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों के पालको ने भी रेनकोट, छातों की दुकानों का रूख करना शुरू कर दिया है।