महिला बोली – हमें सब इंस्पेक्टर व सिपाही से खतरा, इन्हें हटाओ
इंदौरसोया के मोबाइल कारोबारी के सुसाइड करने के बाद पत्नी कमिश्नर से मिलीं, कहा- अब बच्चों को बाहर भेजने में भी लगता है डर
इंदौर। गत 15 जून को मोबाइल व्यापारी के सुसाइड मामले की जांच के लिए पत्नी और बच्चों ने पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की। उन्होंने इस मामले की जांच एसीपी अफसर से कराए जाने की मांग की है। साथ ही एसआई और सिपाही को जांच होने तक पद से हटाए जाने की मांग भी रखी है। मृतक की पत्नी ने कहा कि बच्चों को बाहर भेजने में डर लगता है। वे कभी भी हमला कर सकते हैं या करवा सकते हैं।
परिवार को पुलिस कमिश्नर ने आश्वस्त किया कि जांच निष्पक्ष तरीके से पूरी की जाएगी। दरअसल मृतक राजीव की पत्नी निशा और बच्चों को बयान के लिये कहा था। लेकिन वे जांच से अंसतुष्ट दिखे। इसके बाद वे गुरुवार को पुलिस कमिश्नर से मिले थे।कमिश्नर और डीसीपी ने सीधे तौर पर इस मामले में किसी भी तरह की धमकी ओर कॉल आने की स्थिति में सीधे संपर्क करने की बात कही है।
कमिश्नर ने डीसीपी के पास भेजा
कमिश्नर मकरंद देउस्कर ने उन्हें डीसीपी राजेशसिंह के पास जाने को कहा। राजेशसिंह ने मृतक राजीव की पत्नी निशा को आश्वस्त किया कि जांच एसआई से ले ली गई है। केस की जांच अब टीआई शशिकांत चौरसिया करेंगे। मामले की जांच शुरू कर दी गई है। इस मामले में भंवरकुआ पुलिस राजीव की कॉल डिटेल भी निकाल रही है। दरअसल, आत्महत्या के पहले प्रशांत से उसकी किसी व्यक्ति ने बात कराई थी। राजीव ने इस बात का उल्लेख भी सुसाइड नोट में किया था।
हमला होने का डर
राजीव की पत्नी निशाराज और दोनों बच्चों ने कमिश्नर मकरंद देउस्कर से कहा कि बाणगंगा थाने में पदस्थ एसआई महेश चौहान और एसटीएफ में पदस्थ प्रशांत राजपूत को हटाया जाए। वे जांच को प्रभावित कर सकते हैं। परिवार ने आशंका जताई कि एसआई महेश, सिपाही प्रशांत और बिल्डिंग मालिक अशोक, विकास और नर्मदाबाई उनके साथ मारपीट कर सकते हैं। राजीव ने भी अपने सुसाइड नोट में परिवार को सुरक्षा दिए जाने की बात कही थी। निशा ने कमिश्नर को बताया कि उन्हें अपने बच्चों को बिल्डिंग के बाहर भी भेजने में डर लगने लगा है। पहले भी विकास और नर्मदाबाई कई बार गुंडों को लेकर घर आ चुके हैं। रहवासियों के सामने उन्होंने हंगामा किया था। राऊ थाने से उस समय मदद भी मांगी थी, लेकिन उन्हें पुलिस से कोई मदद नहीं मिली।
कोर्ट जाने की तैयारी
निशा ने बताया कि एसआई महेश चौहान, प्रशांत और तीन अन्य लोगों के खिलाफ कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं। निशा ने बताया वे सोमवार को कोर्ट में प्राइवेट कंप्लेन भी करेंगे। उन्हें शंका है कि पुलिस डिपार्टमेंट उनकी प्रकरण में मदद नही कर पाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि अभी तक की जांच में यह साफ पता चल रहा है कि पुलिस एसआई और सिपाही को बचाने में लगी है। जबकि सुसाइड नोट में राजीव ने दोनों पर गंभीर आरोप लगाए हैं।