मंच पर पीछे बैठाने पर भाजपा सांसद बोलीं-हम सदियों से प्रताड़ित

पीएम जातिभेद मिटा रहे, कुछ कुंठित अभी भी; दलित होने के नाते मुझे गुलदस्ता नहीं देते, कलेक्टर ने मांगी माफी

जबलपुर। राज्यसभा सांसद सुमित्रा बाल्मीकि ने कहा है कि योग दिवस के कार्यक्रम में उनके अपमान पर जबलपुर कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने उन्हें फोन करके माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि ‘सदियों से हम लोगों को प्रताड़ित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस प्रथा को खत्म करना चाह रहे हैं। हमें बराबरी का दर्जा देना चाह रहे हैं, लेकिन कुछ कुंठित मानसिकता के समाज में आज भी हैं।
दरअसल, 21 जून को 9वें अंतरराष्ट्रीय विश्व योग दिवस पर जबलपुर में राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम हुआ था। मंच पर राज्यसभा सांसद सुमित्रा बाल्मीकि को जगह नहीं मिली थी। उन्हें पीछे बैठाया गया था। इससे वे नाराज हो गईं। उन्होंने इसके लिए जबलपुर कलेक्टर पर गंभीर आरोप लगाए। सांसद के अपमान पर उनके समर्थकों ने शुक्रवार को कलेक्टर का पुतला जलाकर विरोध दर्ज कराया। सांसद ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा से शिकायत की है। उनका कहना है कि वे आयुष मंत्रालय में भी शिकायत करेंगी। पार्लियामेंट में भी सवाल उठाएंगी।
सांसद के आरोप पर कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने कहा, ‘कार्ययोजना केंद्र सरकार के स्तर से आई थी। जिलास्तर से केवल उसे अमल में लाया गया था।’
राज्यसभा सांसद सुमित्रा बाल्मीकि को पीछे बैठाया गया था। उन्होंने कहा कि ‘ये प्रोटोकॉल के हिसाब से गलत था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जब मुझे पीछे बैठे देखा, तो आगे आने के लिए कहा।’
सांसद का कहना है कि दलित होने के कारण मुझे गुलदस्ता नहीं दिया जाता।
जबलपुर में हुए विश्व योग दिवस के कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शामिल हुए थे। उपराष्ट्रपति के साथ मैं भेड़ाघाट और ग्वारीघाट में थी। जब भी कोई वीआईपी आता है। सभी के हाथों में जिला प्रशासन गुलदस्ते देता है, लेकिन दलित महिला सांसद होने के नाते मुझे गुलदस्ता नहीं दिया जाता।