ज्योतिरादित्य सिंधिया को कहा नामर्द…भाजपा के पूर्व विधायक अरुण भीमावद कीअभद्र भाषा
शाजापुर। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही दोनों ही प्रमुख दलों के नेताओं में आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। आरोप प्रत्यारोप में नेताओं की भाषाएं भी अमर्यादित होने लगी है। ऐसे ही बिगड़े बोल शाजापुर के पूर्व भाजपा विधायक अरूण भीमावद के सामने आएं है जिसमें वे शाजापुर जिले के पोलायकलां में मोदी सरकार के 9 वर्ष पूर्ण होने पर भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कह रहे हैं। भाजपा के इस पूर्व विधायक ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को नामर्द नेता बता दिया, वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह पर कांग्रेस सरकार को गिराने का आरोप लगा दिया। कालापीपल के कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी को चेतावनी देते हुए कहा तू कितना भी घूम ले इस विधानसभा में अब तेरी दाल गलने वाली नहीं है। भाजपा विधायक के बिगड़े बोल पर विधायक कुणाल चौधरी ने पलटवार करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया से सवाल किया और कहा पूर्व विधायक भारतीय जनता पार्टी के आपको नामर्द नेता कह रहे हैं। इसके ऊपर सिंधिया जी क्या कहना चाहते हैं, उनके समर्थक क्या कहना चाहते हैं। किस प्रकार से उनकी इज्जत है या बेज्जती है, ज्योतिरादित्य सिंधिया बताएं।
भाजपा के पूर्व विधायक अरुण भीमावद ने क्या कहा जरा सुनिए…
हमारे कार्यकर्ताओं में भी जोश आया, इस सरकार को गिरना चाहिए। कोई ज्योतिरादित्य सिंधिया जो नामर्द जो कांग्रेस का नेता था, उस समय उनको भगवान सद्बुद्धि दे वो कांग्रेस को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में आ जाएं, इससे हमारी भावनाएं भी बढ़ी। ईश्वर ने हमारी बातों को सुना, जनता की आवाज को सुना, कार्यकर्ताओं की आवाज को सुना, तो दिग्विजय सिंह का भी मन कहीं ना कहीं जो वहां प्रताड़ित था, उन्होंने भी फैसला लिया और भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। कुणाल चौधरी को चेतावनी देता हूं, तू कितना ही घूम ले इस विधानसभा में अब तेरी दाल गलने वाली नहीं है।
भाजपा के पूर्व विधायक के अमर्यादित बयान के बाद कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने कहा
शाजापुर जिले के अकोदिया की ऐतिहासिक सभा जिसमें किसानों, गरीबों और मजदूरों ने भाग लिया उसको देखकर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के मानसिक संतुलन बिगड़ चुके हैं। जिस तरह की अभद्र भाषा का प्रयोग वो कर रहे हैं, कहीं ना कहीं उनके मानसिक दिवालियापन को बताता है। स्पष्ट रूप से ज्योतिरादित्य सिंधिया जी से मेरा सवाल है पूर्व विधायक भारतीय जनता पार्टी के आपको नामर्द नेता कह रहे हैं, यही आपको मान सम्मान और इज्जत का सवाल जो भारतीय जनता पार्टी में जाकर मिला है, इसका जवाब मुझे सिंधिया जी देने का काम करें और जिस तरीके के शब्दों का चयन एक नेता के प्रति करा गया, मुझे लगता है दुर्भाग्य है। जब सिंधिया जी के प्रति इस तरह के भाव हैं तो हमारे प्रति क्या भाव है, उस पर बात करने की जरूरत नहीं है। स्पष्ट रूप से सिंधिया जी से मेरा सवाल है, जो बयान दिया है इसके ऊपर सिंधिया जी क्या कहना चाहते हैं, उनके समर्थक क्या कहना चाहते हैं। किस प्रकार से उनकी इज्जत है या बेइज्जती है, ज्योतिराज सिंधिया बताएं।