इंदौर में बदमाशों से परेशान 25 परिवार पलायन को हुए मजबूर

मकानों पर पोस्टर चिपकाए कि-मेरा घर बिकाऊ है; देर रात मिलने पहुंचे पुलिस अफसर

इंदौर। राजेन्द्र नगर थानाक्षेत्र की टाउनशिप में गुंडागर्दी और नशा कारोबारियों के डर से ढाई साल में 25 परिवारों ने पलायन कर दिया। अब अन्य कई रहवासियों ने अपने फ्लैट के बाहर मकान बिकाऊ है.. लिखे हुए पोस्टर लगा दिए हैं। रहवासियों का कहना है कि वह इलाके में बदमाशों और नशे के धंधेबाजों को लेकर अफसरों से बात करके थक गए हैं। पेट्रोलिंग तक नहीं होती, इसी कारण घर बेचकर जाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है।
मामला राजेन्द्र नगर के ट्रेजर टाउन में बनी ईडब्ल्यूएस टाउनशिप का है। करीब एक दर्जन से अधिक परिवारों ने अपने फ्लेट के बाहर मेरा मकान बिकाऊ है.. के पोस्टर लगा दिए हैं। रहवासियों के मुताबिक इलाके में बढ़ रहे अपराध और नशे को लेकर भयभीत हैं। उनके मुताबिक ढाई साल में यहां से 25 के लगभग परिवार घर छोड़कर जा चुके हैं। अभी यहां मोहर सिंह, माखन पटेल ,फूलचंद, प्रंशात पांडे, संदीप नामदेव, वीरेन्द्र नामदेव, प्रकाश देपालपुर, देवेन्द्र और त्रिलोक सिंह पटेल आदि ने अपने घरों के बाहर यह पोस्टर लगाए हैं।
रहवासियों के अनुसार यहां करीब 273 परिवार रहते हैं। जिसमें 40 प्रतिशत किराएदार हैं। इनमें से अधिकतर किराएदारों की जानकारी राजेन्द्र नगर थाने पर नहीं है।
रहवासियों ने डीसीपी आदित्य मिश्रा से मुलाकात की। उनके आदेश के तीन दिन बाद टीआई यहां एक बार आए और इलाके का राउंड लगाकर चले गए। इसके बाद यहां कोई भी बीट या अन्य पुलिस की गश्त नही होती।

नशाखोरी, छेड़छाड़, छोटे बच्चे कर रहे नशा

रहवासियों ने बताया कि गड़बड़ी पुलिया से लगी हुई कॉलोनी होने के चलते आसपास 10 से 12 अन्य टाउनशिप है। ट्रेजर टाउन के पास बनी ईडब्ल्यूएस में दिनभर नशाखोरी करते युवा घूमते रहते हैं। इससे इलाके में चोरी और महिला व बच्चियों के साथ छेड़छाड़ की घटना हो रही है। इसके साथ ही छोटे बच्चे भी यहां नशा करते हैं।
इस मामले में डीसीपी आदित्य मिश्रा ने कहा कि, शिकायत मिलने पर मैं खुद बीती रात 1 बजे मौके पर गया था। कुछ अपराधियों की जानकारी मिली है। कुछ पर पहले कार्रवाई कर चुके हैं जो वर्तमान में जेल में हैं। लोगों से बात कर उनकी समस्याओं को बिल्कुल सुना जाएगा। वही इलाके में किराएदारों को लेकर एक शिविर लगवा कर वेरिफिकेशन करवाया जाएगा। साथ ही जो लोग परेशान हैं उनसे मिलकर खुद समस्या सुनी जाएगी।