उज्जैन के जैन मंदिर को नोटिस पर इंदौर में भी दिगंबर जैन समाज भड़का
457 वर्ष पुराने मंदिर को अतिक्रमण में मानने का विरोध
इंदौर। उज्जैन में सड़क चौड़ीकरण के लिए जैन मंदिर को तोड़ने का नोटिस और प्रथम चरण में सड़क पर 20 फीट तक आने वाले अन्य धर्मस्थल सुरक्षित रखने के फैसले पर इंदौर के दिगंबर जैन समाज में भी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की जा रही है। समाज के विभिन्न संगठनों और वरिष्ठजन ने कहा है कि 12 मीटर की सड़क को 24 मीटर चौड़ी करने के लिए प्राचीन मंदिर को अवैध कहकर तोड़ना स्वीकार नहीं है। उन्होंने 26 जून का नोटिस वापस लेने की मांग की है, अन्यथा आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
इंदौर दिगंबर जैन समाज सामाजिक सांसद महासमिति, परवार समाज सोशल ग्रुप फेडरेशन, परवार समाज महिला संगठन के साथ ही विश्व जैन संगठन दिल्ली के संजय जैन के साथ ही पुलक चेतना मंच के प्रदीप बड़जात्या, कमल रावका, नकुल पाटोदी, राकेश विनायका, डॉ. जैनेंद्र जैन, राजेश लारेल, सुशील पांड्या, राजेंद्र सोनी, संजीव जैन, राजीव जैन, प्रदीप गंगवाल, अमित कासलीवाल, महिला मंडल की मुक्ता जैन, सारिका जैन, अंजलि जैन, सीमा रावत, समता सोंधिया आदि ने नोटिस का विरोध किया है।
युवा प्रकोष्ठ के प्रवक्ता राजेश जैन दद्दू ने बताया कि उज्जैन के नयापुरा में यह मंदिर वर्ष 1566 में निर्मित किया गया था, जिसके प्रांगण को 457 वर्ष बाद 26 जून को अवैध अतिक्रमण लिखकर तोड़ने का नोटिस दिया गया है।