दोस्त निकला धोखेबाज नहीं लौटाये 8 लाख रुपए
उज्जैन। दोस्त के लिये रुपए नहीं लौटाकर दोस्त ने धोखेबाजी कर ली। उसने भरोसा दिलाने के लिये मृत पिता के नाम का चेक भी दिया था। दोस्त की चालबाजी का पता चलने पर उसके खिलाफ धोखाधड़ी और अमानत में खयानत की शिकायत दर्ज कराई गई है।
माधव क्लब रोड तीन बत्ती चौराहा से पहले आस्था मोबाइल शॉप अमन पिता राजेश वर्मा द्वारा संचालित की जाती है। जिसके यहां झाबुआ मेघनगर का रहने वाला आशीष पिता कैलाशचंद पंवार का आना जाना था। दोनों में दोस्ती हो गई थी और लेनदेन भी होने लगा था। पिछले वर्ष अशीष ने मकान खरीदने के लिये 8 लाख रुपए अमन से मांगे और अमानत के रूप में चेक दिया। कुछ माह बाद रुपए लौटाने की बात भी तय हुई। सालभर बाद अमन ने रुपए लौटाने के लिये कहा, आशीष ने टालना शुरू कर दिया। अमन ने अमानत के रूप में दिया चेक बैंक में लगा, जहां पता चला कि उक्त चेक धारक की मृत्यु हो चुकी है और खाते में पैसे नहीं है। चेक आशीष के पिता के नाम का था। अपने साथ धोखाधड़ी होने पर मामले की शिकायत नीलगंगा थाना पुलिस को आवेदन देकर की गई। पुलिस ने जांच के बाद मामले में आशीष के खिलाफ अमानत में खयानत की धारा 406 और धोखाधड़ी की धारा 420 का प्रकरण दर्ज किया है। मामले में एसआई जितेन्द्र सोलंकी ने बताया कि धोखेबाजी करने वाले की तलाश शुरू कर दी गई है।