श्रावण के लिए महाकाल दर्शन  की तैयारियां, बैरिकेड्स लग रहे

– 4 जुलाई से पर्व, मंदिर में आम श्रद्धालुओं को त्रिवेणी संग्रहालय से मिलेगा प्रवेश

दैनिक अवंतिका उज्जैन।

श्रावण मास 4 जुलाई से शुरू होगा। इसके पहले मंदिर समिति व प्रशासन लाखों श्रद्धालुओं को सुलभ दर्शन कराने की व्यवस्था में जुट गया है। मंदिर में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश त्रिवेणी संग्रहालय से होगा जहां बैरिकेड्स लगाने का काम शुरू कर दिया गया है।

मंदिर समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि इस बार श्रावण का अधिकमास होने से लाखों लोग यहां उमड़ेंगे। इसको ध्यान में रखते हुए दर्शन व सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं। इस बार श्रावण में सवारियां भी अधिक संख्या में निकलेगी। इसके लिए भी तैयारियां चल रही है। श्रावण सोमवार को लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं आने की संभावना को देखते हुए ही समिति त्रिवेणी संग्रहालय के पास से महाकाल लोक होकर मानसरोवर से मंदिर में प्रवेश देने की तैयारियां कर रही है। जबकि पिछले साल समिति ने हरसिद्धि से बड़ा गणेश होकर मानसरोवर से मंदिर में प्रवेश दिया था। उनके लिए जूता स्टैंड, पार्किंग, लड्डू प्रसादी काउंटर बनाए जा रहे हैं।

श्रावण के अधिकमास में ऐसी रहने  वाली है महाकाल दर्शन की व्यवस्था

भस्मारती  में बिना अनुमति चलित दर्शन कर सकेंगे लोग

मंदिर समिति भस्मारती में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं को दो तरीके से अनुमति देती है। एक ऑनलाइन व दूसरी  ऑफलाइन। ऑनलाइन अनुमति समिति की वेबसाइट पर जाकर जगह की उपलब्धता के आधार पर ली जा सकती है। इसके अलावा प्रतिदिन सुबह 6 बजे बाद समिति के काउंटर से सीमित संख्या में फार्म वितरण के दौरान ली जा सकती है। यदि किसी कारण से श्रद्धालु अनुमति नहीं ले पाता है तो वह श्रावण में बिना अनुमति के भस्मआरती के चलित दर्शन भी कर सकेगा।

गर्भगृह में आम प्रवेश व टिकट से दर्शन जुलाई से बंद होंगे

मंदिर समिति ने अधिक भीड़ को देखते हुए 4 जुलाई को श्रावण मास के पहले दिन से ही गर्भगृह में आम प्रवेश बंद रखने का निर्णय लिया है। 11 सितंबर तक 70 दिन यह प्रवेश बंद रहेगा। इस दौरान केवल नियमित आरती-पूजा व जल चढ़ाने के लिए मंदिर के अधिकृत पंडे-पुजारी ही अंदर जा सकेंगे।

250 रुपए की टिकट व नंदीहॉल से प्रोटोकॉल दर्शन चालू रहेंगे

श्रावण मास में अधिक भीड़ होने पर श्रद्धालु समिति के काउंटरों से 250 रुपए की टिकट लेकर। शीघ्र दर्शन जरूर कर सकेंगे। यह टिकट ऑनलाइन भी मंदिर की वेबसाइट से प्राप्त की जा सकेगी। वहीं प्रोटोकॉल प्राप्त लोग समिति से अनुमति लेकर नंदीहॉल से दर्शन कर सकेंगे।

मंगलवार से शुक्रवार तक कावड़ यात्री जल चढ़ा सकेंगे

मंदिर समिति श्रावण मास में पवित्र नदियों का जल लेकर आने वाले कावड़ यात्री मंगलवार से शुक्रवार तक सप्ताह में 4 दिन विशेष गेट से प्रवेश प्राप्त कर बाबा महाकाल का जलाभिषेक कर सकेंगे। अन्य दिनों में उन्हें सामान्य दर्शनार्थी की तरह ही प्रवेश कर दर्शन की अनुमति मिलेगी।