महाकाल में रुद्रयंत्र सफाई के लिए 750 वाली जलाभिषेक रसीद कम करना पड़ी 

– समिति ने 2 दिन इतनी रसीद काटी की दोपहर बाद तक दर्शन

– सफाई का काम 20 प्रतिशत ही हो पाया था, अब काम में तेजी 

दैनिक अवंतिका उज्जैन।

महाकाल मंदिर के गर्भगृह में लगे चांदी के रूद्रयंत्र की सफाई के लिए समिति को 750 रुपए वाली जलाभिषेक की रसीद की संख्या कम करना पड़ी। क्योंकि अधिक संख्या में रसीद कटने से जलाभिषेक में समय लग रहा था और सफाई का कार्य अटक रहा था।

दिल्ली से आए सुशील शर्मा और उनकी पूरी टीम गर्भगृह में दो दिन से चांदी की सफाई का कार्य कर रही है। लेकिन अब तक उनका 20 प्रतिशत ही काम हो पाया है। शर्मा ने बताया कि उन्हें सफाई के लिए पर्याप्त समय ही नहीं मिल पा रहा। दो दिन से तो लगातार दोपहर बाद तक रसीद वालों का जलाभिषेक ही चलता रहा। वे अंदर जाकर कैसे सफाई करते। यह जानकारी जब समिति के अधिकारियों को लगी तो उन्होंने तुरंत सफाई का काम तेज करने के लिए रसीद की संख्या सीमित कर दी। ताकि कम समय में जरूरी लोग अभिषेक कर लौट जाए और सफाई शुरू कराई जा सके।

रविवार को रसीद से अभिषेक के लिए हजारों लाइन में पर लौटाया

रविवार को भी 750 रुपए की रसीद से गर्भगृह में जलाभिषेक के लिए हजारों लोग लाइन में लगे थे। लेकिन समिति ने गिनती के लोगों को ही सुबह भस्मारती के बाद रसीद दी व बाद में इसे बंद कर दिया गया ताकि भीड़ न हो और गर्भगृह में सफाई समय पर शुरू हो सके। रसीद कम होने से रविवार दोपहर 1 बजे तक सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया था।

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