स्पंदन सामाजिक और पारमार्थिक शिक्षा उन्नयन समिति हैं, जानिये गतिविधियों की कुछ महत्वपूर्ण जानकारी

जैसा कि आप सब जानते हैं कि गुरुजी सिर्फ धर्म और अध्यात्म के क्षेत्र में ही नि बल्कि मंदिरों और अन्यसमाज सेवा काम के काम करने में और जरूरतमंदों की मदद करने इत्यादि परोपकार के कार्यों में भी निरंतर सलग्न रहते हैं, आज हम आपको गुरुजी , दरबार, ऒर स्पंदन पारमार्थिक शिक्षा एवं सामाजिक उन्नयन समिति. उज्जैन कि वर्ष भर की सेवा गतिविधियों की कुछ महत्वपूर्ण जानकारी संक्षेप में आपको बता रहे हैं। जैसा कि आप सब जानते हैं कि श्रद्धेय गुरुजी श्री संजय,जी जैनधर्म के अलावा सामाजिक संस्कृति उत्थान और पर्यावरण जागरूकता में भी गुरुजी अत्यंत सक्रिय रहते हैं।
और एक एनजीओ जिसका नाम

“स्पंदन सामाजिक और पारमार्थिक शिक्षा उन्नयन समिति हैं”

इस के माध्यम से गुरुजी लगभग पिछले पंद्रह बीस वर्षों से निरंतर ट्रैफिक जागरूकता के लिए स्वेच्छा से गाड़ी में लगने वाले रेड ट्रैफिक स्र्टिकर का वितरण करते आ रहे है। पर्यावरण संरक्षण की,जागरूकता के लिए, कपड़े की थैली पूरे कोरोना काल में, मास्क और ग्लव्स,आयुर्वेदिक ओषधियो इत्यादि का,वितरण का कार्य भी बरसो से गुरुदेव के माध्यम से चल रहा हैं। पर्यावरण सुरक्षा हेतु तुलसी के पौधे एवम अन्य उपयोगी पौधो का वितरण एवम पोधारोपण कार्य भी बरसो से अनवरत जारी हैं। इसके अलावा उज्जैन,के मंदिरों में नियमित रूप से फल फूल मिठाई भेंट की जाती हैं और संपूर्ण वर्ष भर त्योहारों के अवसर पर सुंदर काण्ड के पाठ आयोजित किए जाते हैं। और ऐसे अनेकों परोपकार के काम हैं जो की गुप्त रूप से निरंतर चल रहे हैं।

संक्षेप में आप को समिति की गतिविधियों की जानकारी प्रस्तुत है। 

1. देव स्थल उत्थान समिति – मंदिर,ध्यान केंद्र या अन्य पवित्र धार्मिक स्थलों आदि के व्यापक विकास हेतु उनके वास्तु एवं अन्य दोष के निवारण संबंधी समस्त कार्यो में समुचित सहयोग करना इस समिति का प्रमुख उद्देश्य रहता है।

2.धर्माचार्य एवं धर्मगुरु सेवा समिति – समस्त संप्रदाय के धर्माचार्य, धर्मगुरू, साधु संत, धर्म वृद्धि के मार्ग को प्रशस्त करने वाले विद्वानों आदि के विभिन्न शारीरिक, धार्मिक, भोगोलिक व अन्य बाधाओं एवं परेशनियो के निवारण संबंधी समस्त कार्य इस समिति के माध्‍यम से होते हैं।

3.बहुपयोगी साहित्य समिति – इस समिति के अंतर्गत मासिक पत्रिका
अन्य पुस्तक व परिपत्रो का प्रकाशन तथा निवारण एवं गुरुजी से संबंध विभिन्न शक्तियों पूजा, पाठ के संकल्प विधि एवं अन्य ज्ञात अज्ञात आलोकिक विधियों का व्‍यापक प्रचार प्रसार करना प्रमुख उद्देश्य होता है।

4.कुंडलिन जागरण समिति – प्रेक्षा, ध्यान, ध्यानस्थ, सहज योग, ध्यानयोग, कर्मयोग, क्रियायोग, स्वरज्ञान, इंद्रियज्ञान, त्रिकाल संध्या प्रक्रिया आदि की मूलभूत जानकारी से लेकर गहनमत अनुभव की गहराई तक यात्रा करने के उद्देश्य से इस समिति का गठन किया गया है।

5.सामाजिक सहयोग समिति – इस समिति के माध्यम से समाज के विभिन्न जरूरत मंदो को अवशकतानुसार धार्मिक, आध्यात्मिक तथा आर्थिक सहयोगउपलब्ध कराने संबंधी सम्पूर्ण कार्य किए जाते हैं।आइए आप सब भी धर्म परोपकार और सेवा के महा यज्ञ में शामिल हो कर, गुरुजी के प्रयासों और संकल्प को मूर्त रुप प्रदान करे। इसके लिए आप सब किसी भी समिति सदस्य से संपर्क कर अपना नाम दर्ज करवा दे ताकि समय समय पर आपको कार्यक्रम की सूचना दी जा सके।
जय गुरुदेव।