आज से श्रावण मास, महाकाल के गर्भगृह में आम प्रवेश बंद 

– अब दो माह तक श्रद्धालु गणेश व कार्तिक मंडप के बेरिकेट्स से ही करेंगे आम दर्शन

– आखिरी दिन सैकड़ों लोगों ने चढ़ाया गर्भगृह से जल, अब 11 सितंबर तक बंद के आदेश

दैनिक अवंतिका उज्जैन।

आज मंगलवार से श्रावण मास शुरू हो रहा है। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आम प्रवेश बंद रहेगा। केवल पंडे-पुजारियों को आरती-पूजा के लिए अंदर जाने की अनुमति रहेगी। आम श्रद्धालु बाबा महाकाल के बाहर गणेश व कार्तिक मंडप के बेरिकेट्स की लाइन में लगकर दर्शन कर सकेंगे। आखिरी दिन सोमवार को गर्भगृह में सुबह भस्मारती समाप्त होने के बाद से दोपहर तक बड़ी संख्या में 750 रुपए की टिकट कटाकर जलाभिषेक किया। अब 11 सितंबर तक गर्भगृह में आम प्रवेश बंद रहने के आदेश जारी हुए है।

19 साल बाद आया श्रावण का

अधिकमास, 10 सवारी निकलेगी

19 साल के बाद इस बार श्रावण का अधिकमास आया है। इसलिए दो श्रावण होंगे। जिसके कारण भगवान महाकाल की 10 सवारियां नगर में निकलेगी। पहली सवारी 10 जुलाई को आएगी। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. अमर डब्बावाला ने बताया कि श्रावण मास का कृष्ण पक्ष 4 जुलाई से शुरू होगा। इसके बीच में 18 जुलाई से अधिकमास लगेगा जो 16 अगस्त को समाप्त होगा। फिर 17 अगस्त से श्रावण मास शुक्ल पक्ष आरंभ होगा जो कि श्रावण पूर्णिमा रक्षाबंधन पर्व 30 अगस्त तक रहेगा। इस तरह दो माह तक श्रावण अधिकमास की धूम रहेगी। श्रावण की सवारियां जुलाई से प्रति सोमवार सितंबर तक निकलेगी।

जाने महाकाल में श्रावण के दौरान किसका कहां से प्रवेश

आम श्रद्धालु – चारधाम मंदिर के सामने बेरिकेट्स से होकर महाकाल लोक घूमकर मानसरोवर बिल्डिंग से फेसिलिटी सेंटर 2 में होते हुए महाकाल मंदिर में प्रवेश कर गणेश व कार्तिक मंडप से नि:शुल्क दर्शन कर सकेंगे।

250 टिकट वाले – बड़ा गणेश के आगे बने 4 नंबर गेट से प्रवेश कर विश्रामधाम, सभामंडप होकर गणेश मंडप से होते हुए दर्शन करेंगे।

वीआईपी – प्रोटोकॉल के जरिए आने वाले वीआईपी श्रद्धालु गेट नंबर 1 से अंदर जाएंगे। यहां से 250 की टिकट वाले भी प्रवेश कर सकेंगे। प्रोटोकॉल की अनुमति वाले नंदीहॉल से दर्शन कर सकेंगे।

वीवीआईपी – राज्य व केंद्र सरकार के प्रोटोकॉल से आने वाले वीवीआईपी को निर्माल्य गेट से अंदर ले जाकर नंदी हॉल से दर्शन कराएंगे।

निर्गम – सभी श्रद्धालुओं का दर्शन करने के बाद निर्गम जूना महाकाल तरफ से होते हुए निर्माल्य गेट से रहेगा।