इंदौर में धर्मांतरण : ईसाई बनने पर लोन माफ कराने का दिया लालच

कहा- बच्चों की अच्छी पढ़ाई हो जाएगी

इंदौर। बाणगंगा में धर्म परिवर्तन के मामले में पकड़ाए आरोपी को लेकर पड़ोसी महिला और उसके परिवार ने गंभीर खुलासे किए हैं। परिवार ने बताया कि उन्होंने हमें ईसाई बनने के लिए लालच दिया कि हमारा लोन माफ करा देंगे, बच्चों की पढ़ाई और शादी का खर्च भी उठाएंगे। अच्छी नौकरी लगवा देंगे।
पकड़ाए आरोपी के घर में हर सप्ताह ईसाई समाज की सभा होती है। इसमें कई ईसाई व हिंदू लोग शामिल होते हैं। वे आसपास के हिंदू मजदूरों को बुलाते हैं। उन्हें पैसों का लालच देते हैं। आरोपी की पत्नी की मौत हुई तो वह दफनाने पर अड़ गया। इसके चलते परिवार से विवाद भी हुआ। बताया जा रहा है कि उसे एक बार इसी कारण नौकरी से भी निकाला जा चुका है।
बाणगंगा टीआई राजेन्द्र सोनी के मुताबिक कालिंदी गोल्ड कॉलोनी के पास रहने वाली रमादेवी कुर्मी की शिकायत पर गणेश पुत्र मंगरिया राजुनकर और जॉनी पुत्र जार्ज निवासी तिरुमाला प्राइड के खिलाफ 295-A के तहत धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के मामले में केस दर्ज किया है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर मंगलवार को कोर्ट में पेश किया। यहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

सभा का न्योता देने आए, भगवान को अपशब्द कहने लगे

पांच दिन पहले 30 जून 2023 को जॉनी और उसकी पत्नी शाली पड़ोस में रमादेवी के घर पहुंचे। दोनों ने सभा में आने का न्योता दिया। रमा देवी ने यहां आने से मना कर दिया। इसके बाद जॉनी और उसकी पत्नी शाली ने देवी देवताओं को लेकर अपशब्द कहे। उनकी इस हरकत पर रमादेवी और उनके परिवार ने उन्हें घर से बाहर कर दिया। रमादेवी ने घटना की पूरी जानकारी पति मनोज को दी। मनोज ने हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं को इस घटनाक्रम की सूचना दी।