श्रावण मास में भस्मारती से लेकर दिनभर महाकाल के निशुल्क दर्शन
– उज्जैन कलेक्टर ने कहा मंदिर समिति निर्धारित टिकट के अलावा कोई शुल्क नहीं लेती
दैनिक अवंतिका उज्जैन।
श्रावण मास शुरू हो गया है। देशभर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु बाबा महाकाल के दरबार में दर्शन करने के लिए पहुंचना शुरू हो गए है।
महाकाल मंदिर में दर्शन आदि के नाम पर शुल्क लिए जाने को लेकर श्रद्धालुओं में कई तरह की भ्रांतियां फैली हुई है। जिसे लेकर उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने मीडिया के माध्यम से एक संदेश जारी करते हुए आम श्रद्धालुओं से कहा है कि वे श्रावण मास में महाकाल मंदिर आकर निशुल्क दर्शन कर सकते हैं। सुबह की भस्मारती से लेकर दिनभर और रात में मंदिर बंद होने तक भी नि:शुल्क दर्शन की सुविधा है। केवल मंदिर समिति की टिकट का शीघ्र हेतु 250 रुपए का शुल्क है वह भी श्रद्धालु सुविधा अनुसार इसे लेने के लिए स्वतंत्र है। इसके अतिरिक्त कहीं कोई शुल्क देकर दर्शन की व्यवस्था नहीं है।
चलित भस्मारती दर्शन पूर्णत: निशुल्क है, अनुमति भी नहीं
कलेक्टर ने बताया कि महाकाल मंदिर में प्रबंध समिति के द्वारा श्रावण मास को देखते हुए चलित भस्मारती में भी निशुल्क दर्शन की सुविधा शुरू कर दी गई है। यहां तक की श्रद्धालु को इसे देखने के लिए समिति से पूर्व में कोई अनुमति लेने की भी जरूरत नहीं है। सीधे श्रद्धालु सुबह मंदिर पहुंचे और लाइन में लगकर भस्मारती के दर्शन कर सकते हैं। ऑनलाइन व ऑफलाइन के जरिए अनुमति प्राप्त श्रद्धालु से समिति प्रति व्यक्ति 200 रुपए शुक्ल लेती है जो कि पूर्व से ही निर्धारित है।
भस्मारती में 30 से 40 हजार चलित व मंदिर में 2 लाख लोग दर्शन कर रहे
श्रावण मास के पहले दिन से ही मंदिर में भीड़ है। प्रतिदिन भस्मारती में 30 से 40 हजार लोग चलित रूप से दर्शन कर रहे हैं तो दिनभर में डेढ़ से 2 लाख श्रद्धालु निशुल्क दर्शन कर रहे हैं।
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