बैंक से ग्राहकों का डेटा लीक, साफ्टवेयर इंजीनियर सहित तीन गिरफ्तार

इंदौर। क्राइम ब्रांच ने बुधवार को राजधानी नई दिल्ली से ऐसे तीन जालसाजों रितेश कुमार व कुणाल मिश्रा दोनों निवासी पश्चिम दिल्ली और जितेंद्र शौकीन निवासी नजफगढ़, नई दिल्ली को पकड़ा, जो ग्राहकों के बैंक खातों से आनलाइन रुपये निकाल रहे थे। आरोपियों ने एसबीआई, यस बैंक, कोटक महिंद्रा और आरबीएल बैंक सहित 28 बैंकों के नाम से फर्जी वेबसाइट बना ली थी। वे रिवार्ड प्वाइंट रिडीम के बहाने क्रेडिट/एटीएम कार्ड की जानकारी ले लेते थे।
उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि ग्राहकों का डेटा बैंक से जुड़े दलाल और कर्मचारियों से खरीदा था। डीसीपी (क्राइम) निमिष अग्रवाल के अनुसार आवेदक रितेश हिरवे और जितेंद्र ने धोखाधड़ी की शिकायत में कहा था कि आरोपियों ने आरबीएल बैंक के क्रेडिट कार्ड विभाग का अधिकारी बताया था और बैंकिंग की जानकारी प्राप्त कर खाते से रुपये निकाल लिए। पुलिस की छानबीन में पता चला कि रितेश साफ्टवेयर इंजीनियर है।
उसने ही विभिन्न बैंकों के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाई थी। पुलिस ने तीनों से 28 वेबसाइट का डोमेन, ई-मेल आईडी, 62 सिम कार्ड, छह लैपटाप सहित अन्य सामग्री जब्त कर ली। आरोपी एक साल से दिल्ली में बैठकर ग्राहकों को ठग रहे थे। पुलिस का अनुमान है कि उन्होंने एक साल में दो हजार लोगों से करीब 10 करोड़ रुपये ठगे हैं।