उज्जैन जिला कांग्रेस में बिक रहा 50000 रुपये में ब्लॉक अध्यक्ष का पद!
अध्यक्ष के फेसबुक पोस्ट से कांग्रेस में फिर मचा बवाल, रवि भदौरिया के बाद जिला अध्यक्ष के मामले ने कांग्रेस को फिर किया शर्मसार
उज्जैन। क्या चुनावी तैयारियों को भूल कांग्रेस अपने ही लोगों से कमाई,उगाई या वसूली में लगी हुई है। यह सवाल इसलिए उठ खड़ा हुआ है, क्योंकि ब्लॉक अध्यक्ष पद के लिए 50000 रुपये मांगे गए। नहीं देने पर पद से हटा दिया। यह आरोप खुद ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष ने लगाया है।
तत्कालीन शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया का मामला निपटा ही नहीं था कि अब कांग्रेस में दूसरा विवाद खड़ा हो गया है। अब जिला कांग्रेस अध्यक्ष कमल पटेल के खिलाफ उनके ही ब्लॉक अध्यक्ष ने मोर्चा खोलते हुए फेसबुक पर एक विवादित पोस्ट डाली है जिसमें आरोप लगाया है कि ब्लॉक अध्यक्ष बनाने के एवज में उनसे जिला कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा 50000 रुपयेकी मांग की जा रही है। पोस्ट वायरल होने के बाद कांग्रेस में बवाल मच गया है इस तरह के मामलों से कांग्रेस पार्टी की भी छवि खराब हो रही हैं। इन दिनों कांग्रेस पार्टी के भीतर चल रहे मतभेद उभर कर सामने आ रहे हैं। सबसे पहले रवि भदौरिया के ऑडियो ने राजनीतिक गलियारों में खलबली मचा दी थी। ऑडियो कांड ने ऐसा तूल पकड़ा था कि रवि भदौरिया को अपना पद गंवाना पड़ गया था। जैसे- तैसे कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने इस मामले को निपटाया। लेकिन फिर एक और विवाद कांग्रेस पार्टी में खड़ा हो गया। जिसकी भोपाल तक चर्चा है। बताया जाता है कि कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष विक्रम सिंह सिसोदिया ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक पोस्ट डाली है। जिसमें जिला अध्यक्ष कमल पटेल पर सीधा आरोप लगाया है कि पैसे नहीं दिए तो पद से हटा दिया… कमल पटेल हटाओ कांग्रेस बचाओ.. फेसबुक पोस्ट के वायरल होते ही कांग्रेसी नेताओं में घमासान शुरू हो गया। आरोप लगने के बाद अभी तक भोपाल से जिलाध्यक्ष पर कोई एक्शन नहीं लिया गया है, लेकिन बताया जा रहा है कि इस मामले की भोपाल में भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता निंदा कर रहे हैं। विक्रम सिंह सिसोदिया ने जो पोस्ट डाली है उसमें आगे यह भी लिखा है कि पिछले दिनों हुई कांग्रेस की सभा में मेरे द्वारा 100 से अधिक वाहन का इंतजाम किया गया था, जिसमें डेढ़ लाख रुपए के लगभग राशि खर्च हुई थी। उसका भुगतान भी मुझे नहीं किया गया। इसके अलावा सज्जन सिंह वर्मा की ट्रैक्टर रैली में 4 दर्जन से अधिक ट्रैक्टर मैंने लगाए थे उसका पैसा भी मुझे नहीं मिला है। पोस्ट में यह भी लिखकर आरोप लगाया कि कुछ समय पूर्व मुझे झारडा का ब्लॉक अध्यक्ष बनाया गया था, जिसके एवज में मुझसे जिलाध्यक्ष ने 50,000 रुपये की मांग की थी।