अपरहण के बाद दिगंबर जैन आचार्यश्री की निर्ममता के साथ हत्या, जैन समाज में रोष
आचार्य श्री की हत्या कर टुकड़े किए कुछ अंग मिले, पूरे विश्व का जैन समाज स्तब्ध
नगर प्रतिनिधि इंदौर
शुक्रवार 8 जुलाई को आचार्य श्री का अपहरण कर घटना को अंजाम दिया ऐसा कोई नहीं सोच सकता कि आचार्य श्री के साथ ऐसा भी हो सकता है। 15 साल से एक ही स्थान पर विराजित आचार्य की कोई इतनी निर्मम हत्या कर सकता है? पुलिस ने दो संदिग्ध को पकड़ भी लिया। इस हत्या के प्रकरण ने ना केवल पूरे विश्व की जैन समाज को स्तब्ध कर दिया है। कल की इस घटना से जैन समाज को झिंझोड़ कर रख दिया है।
15 वर्ष से चिकोड़ी जिले में नंद पर्वत पर प्रवास कर रहे, गणधराचार्य श्री कुंथूनाथजी के शिष्य आचार्य श्री कामकुमार नंदीजी का 5 जुलाई को अपहरण हो गया था। कुछ अज्ञात लोग उनका अपहरण कर उन्हें वहां से अज्ञात स्थान ले गए और शुक्रवार सुबह उनकी निर्मम हत्या कर शरीर के टुकड़े कर दिए। सूचना पुलिस प्रशासन द्वारा पता चली। अभी तक पुलिस उनके हाथ व पैरों को ही एक जगह से बरामद कर पाई है। दो संदिग्ध अपराधियों को पुलिस ने पकड़ भी लिया है , जिनका कहना है कि हमने शरीर के टुकड़े करके इधर-उधर डाले थे। जांच अभी जारी है। इस पूरी घटनाक्रम की जानकारी लगते ही पूरे जैन समाज को स्तब्ध कर दिया है। जैन संतों पर विहार में और प्रवास में इस तरह की सुरक्षा को देखते हुए सरकार की जवाबदेही पर भी एक बड़ा प्रश्न चिन्ह लग गया है। इंदौर दिगंबर जैन समाज समाजिक सांसद कीर्ति स्तंभ के मंत्री डॉ. जैनेन्द्र जैन, अमित कासलीवाल सुशील पांड्या, हंसमुख गांधी, संजीव जैन, राजेन्द्र सोनी, राजेश जैन दद्दू, फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश विनायका, परवार समाज महिला संगठन की अध्यक्ष श्रीमती मुक्ता जैन ने भी इस घटना पर रोष जताया और केंद्र सरकार से मांग की कि इस हृदय विदारक घटना की उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित कर अविलंब जांच करवाई जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। सरकार दोषियों पर करवाई नहीं करती है तो विश्व की अहिंसा में विश्वास करने वाले जैन समाज, वैश्य समाज पूरे भारत में अहिंसक आंदोलन कर न्याय की मांग करेगा।