सवारी मार्ग पर ई-रिक्शा में सवार होकर पहुंचा प्रशासन

उज्जैन। आज बाबा महाकाल की श्रावण मास में निकलने वाली पहली सवारी शाम 4 बजे महाकाल मंदिर से निकली जायेगी। उससे पहले रविवार शाम प्रशासन, पुलिस, नगर निगम के अधिकारियों सवारी मार्ग का निरीक्षण करने पहुंचे। जो काम शेष थे उन्हे रातभर में पूरा करने के निर्देश दिये गये है।
महाकाल लोक बनने के बाद पहला श्रावण-भादौ मास 4 जुलाई से शुरू हो चुका है। प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु महाकाल मंदिर पहुंच रहे है। आज बाबा महाकाल की पहली सवारी निकली जाना है। जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की मौजूदगी रहेगी। 19 वर्ष बाद विशेष संयोग में सवारी की संख्या 10 होने पर प्रशासन काफी मुस्तैद दिखाई दे रहा है। आज निकलने वाली सवारी से पहले पूरा प्रशासनिक अमला और पुलिस अधिकारी सवारी मार्ग का निरीक्षण करने पहुंचे। बाबा महाकाल की सवारी की शुरूआत महाकाल मंदिर के सभा मंडपम से होगी। अधिकारियों ने सबसे पहले वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया, उसके बाद बड़ा गणेश मंदिर के आसपास की व्यवस्थाएं देखी। उसके बाद कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम, एसपी सचिन शर्मा, एएसपी आकाश भूरिया, निगमायुक्त रोशन कुमार सिंह, महाकाल मंदिर प्रशासक संदीप सोनी,एडीएम अनुकुल जैन सहित नगर निगम और सभी विभागों के अधिकारी का काफिला सात किलोमीटर के सवारी मार्ग पर मॉकड्रील के लिये निकला। ई-रिक्शा में सवार अधिकारी रामघाट पहुंचे। उन्होने व्यवस्थाओं देखा और कुछ कमियों को तत्काल पूरा करने के निर्देश जारी किये। प्रशासन का काफिला गोपाल मंदिर, गुदरी चौराहा, सहित आसपास के क्षेत्रों का अवलोकन करने भी पहुंचा। कलेक्टर ने बताया कि बाबा महाकाल की सवारी को लेकर पिछले एक सप्ताह से काम किया जा रहा है। सभी विभागों के साथ बैठक की जा चुकी है। सवारी मार्ग पर जो काम बचे है, उन्हे रातभर में पूरा कर लिया जायेगा। एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि सवारी के दौरान 700 से अधिक पुलिस कर्मियों की ड्यूटी सुरक्षा व्यवस्था में लगाई गई है। पुलिस के साथ 350 वालिंटिसर्य भी रहेंगे। वहीं सेवादल के सदस्यों की मदद ली जायेगी। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पूर्व अधिकारियों से विचार विमर्श किया गया है। बाबा महाकाल की सवारी भव्यता और सुगमता के साथ निकाली जायेगी। वहीं आगमी सवारी के दौरान भी व्यवस्थाओं को सुदृढ किया जायेगा।