क्रिप्टो करंसी एप से छत्तीसगढ़ के भाइयों ने ठगे थे 2 लाख
उज्जैन। फाइनेंशियल एडवाइजर के साथ क्रिप्टो करंसी एप के माध्यम से 2 लाख की ठगी करने वाले चचेरे भाईयों को राज्य सायबर सेल छत्तीसगढ़ से गिरफ्तार कर उज्जैन लाई है। दोनों ने ठगी के रूपयों को आॅनलाइन गेम में खर्च कर दिया था। दोनों को सोमवार दोपहर न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया है।
राज्य सायबर सेल निरीक्षक रीमा यादव कुरील ने बताया कि सी-21 मॉल रेसिडशियल काम्पलेक्स में रहने वाले गौरव लालवानी ने मार्च माह में शिकायत दर्ज कराई थी कि वह बाइनेंस एप पर क्रिप्टो करंसी यूएसडीटी क्वाइन खरीद रहा था। एप पर आर्डर प्लेस करने पर उसका संपर्क एक सेलर से हुआ। जिसने 2 लाख रुपए के क्रिप्टो के लिये आर्डर प्लेस किया। उसने एक अकाउंट नम्बर दिया। जिस पर करंसी खरीदने के लिये 2 लाख रुपए ट्रांसफर किये। कुछ देर बाद एक नम्बर से कॉल आया और बताया कि जो क्रिप्टो करंसी आपको सेंड करनी थी वह ब्लॉक हो गई है। अपना आर्डर केंसल कर दीजिए। आपको 2 लाख रुपए वापस भेजे जा रहा हूं। गौरव लालवानी ने सेलर की बात मानकर आर्डर केंसल कर दिया। जिसके बाद ना तो 2 लाख वापस आये और नाही क्रिप्टो करंसी मिली। शिकायत पर मामले में धारा 419, 420, 66 डी आईटीएक्ट का अपराध दर्ज कर जांच शुरू की गई। डिजीटल तथ्यों के आधार पर एक टीम छत्तीसगढ़ रवाना की गई और नाहरपारा जिला रायपुर से जय पिता जितेन्द्र पोपट 23 वर्ष और मनेन्द्रगढ़ जिला एमसीबी छत्तीसगढ़ के सिविल लाइन में रहने वाले उसके चचेरे भाई यश पिता राजेश पोपट को गिरफ्तार कर उज्जैन लाया गया। दोनों ने पूछताछ में 2 लाख रुपए की धोखाधड़ी करना कबूल करते हुये ठगी के रुपए आॅनलाइन गेम में हारना बताया। दोनों को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया है। निरीक्षक यादव के अनुसार दोनों को 5 दिन तक रायपुर, कोरिया, मनेन्द्रगढ़, छत्तीसगढ़ में तलाश करने के बाद उपनिरीक्षक अमित परिहार, सहायक उपनिरीक्षक हरेन्द्रपालसिंह राठौर, आरक्षक कमलसिंह वरकड़े ने गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।