प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह के खिलाफ एफआईआर
उज्जैन। कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह द्वारा अपने फेसबुक अकाउंट पर की गई राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वितीय सर संचालक गुरू गोलवलकर को लेकर पोस्ट के मामले में अजाक थाना पुलिस ने एट्रोसिटी एक्ट के साथ धारा 505 का प्रकरण दर्ज कर लिया है।
अजाक थाने में शनिवार को भैरूनाला वाल्मिकी बस्ती में रहने वाले राजकुमार पिता गेंदालाल घावरी ने शिकायती आवेदन देते हुए कांग्रेस नेता दिग्विजयसिंह की फेसबुक अकाउंट पर की गई पोस्ट की प्रतिलिपि सौंपते हुए बताया था कि मैं अनुसुचित जाति का सदस्य होकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्यकर्ता हूं पूर्व मुख्यंत्री एवं कांग्रेस नेता दिग्विजयसिंह के द्वारा अपने अधिकारिक फेसबुक अकाउंट पर एक पोस्ट डाली गई है जो मेरे द्वारा पढ़ी गई। पोस्ट के साथ एक फोटोग्राफ भी पोस्ट किया है जिसमें लिखा है कि गुरू गोलवलकर जी के दलितों, पिछड़ों और मुसलमानों के लिए व राष्ट्रीय जल जंगल व जमीन पर अधिकार पर क्या विचार थे अवश्य जानिए। इसके साथ पोस्ट में संघ के गोलवलकर जी का फोटो है। पोस्ट में लिखा गया है कि जो दलित पिछड़ों और मुसलमानों को बराबरी का अधिकार देती हो ऐसी आजादी मुझे नहीं चाहिए। उक्त फोटो के ऊपरी भाग में यह भी लिखा हुआ है कि सदाशिव राव गोलवलकर ने अपनी पुस्तक में स्पष्ट लिखा है। जब भी सत्ता हाथ लगे तो पहले सरकार की धन संपत्ति, राज्यों की जमीन और जंगल पर अपने दो तीन विश्वसनीय धनी लोगों को सौप दें। पोस्ट में और भी कई बाते लिखी गई है। जिससे मेरी भावना आहत हुई है। मेरे मन को दुख हुआ है और पीड़ा पहुंची है। दिग्विजयसिंह द्वारा जानबूझकर दलित समाज (अनुसुचित जाति) के लोगों को नीचा दिखाने और आपस में अन्य जाति व धर्मों से विवाद कराने के उद्देश्य से यह पोस्ट की है। अजाक थाना पुलिस ने मामला में रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में लिया है। गौरतलब हो कि दिग्विजयसिंह के खिलाफ इंदौर में इसी मामले को लेकर प्रकरण दर्ज हो चुका है।