शिप्रा नदी: घाट पर नहीं वस्त्र बदलने के सेड, खुले में बदलना पड़ रहे कपड़े
उज्जैन। सावन का महीना प्रारंभ हो चुका है साथ ही इस पवित्र माह में बाबा महाकाल की नगरी अवंतिका में श्रद्धालुओं की संख्या भी दर्शन हेतु बढ़ चुकी है। प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु बाबा महाकाल की नगरी अवंतिका में आ रहे हैं इसी के साथ वहां मां शिप्रा में स्नान कर पुण्य भी कमा रहे हैं। लेकिन रामघाट सहित संपूर्ण नदी क्षेत्र में महिलाओं को स्नान के बाद वस्त्र बदलने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है जहां एक और उन्हें घाट पर कोने कुचाले की जगह ढूंढना पड़ रही है। वही महिलाएं जगह नहीं मिलने पर घाट पर ही स्नान के बाद कपड़े बदल रही हैं यहां घाट पर कई तरह के असामाजिक लोगो की निगाहें उन पर ही बनी हुई है। जिससे महिलाओं को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है नगर निगम द्वारा संपूर्ण नदी घाट क्षेत्र से वस्त्र बदलने के लिए लगाए गए टीन सेड हटा लिए गए हैं । ऐसे में नदी क्षेत्र में कहीं भी वस्त्र बदलने के लिए सेड नहीं है ना ही कोई ऐसी जगह है जहां महिलाएं जाकर नहाने के बाद वस्त्र बदल सकें स्थानीय प्रशासन एवं नगर निगम द्वारा सावन का महीना होने के कारण घाट पर कई तरह की व्यवस्था की गई है बैरीकटिंग सहित सुरक्षा आदि सभी तरह की व्यवस्थाएं प्रशासन ने की है। लेकिन यहां आ रही महिलाओं को वस्त्र बदलने के लिए सेड की व्यवस्था नहीं की गई है जिला कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम को इस और ध्यान देते हुए तत्काल यहां महिलाओं के वस्त्र बदलने के लिए सेड की व्यवस्था करानी चाहिए चैनल से चर्चा में रामघाट के पंडे गोलू गुरू तलवार वाले ने बताया कि घाट पर महिलाओं के कपड़े बदलने के लिए सेड नहीं है जिससे महिलाओं को घाट पर ही कपड़े बदलना पड़ रहे हैं।