महाकाल लोक की मूर्तियां क्रेन से निकाली, लोहे की रॉड डालेंगे

– मजबूती के लिए नया काम, पिनाकी द्वार के पास रखी कलाकार काम कर रहे

दैनिक अवंतिका उज्जैन।

महाकाल लोक में लगीं सभी मूर्तियों को अब एक-एक कर क्रेन की मदद से निकाला जा रहा है। इन मूर्तियों को पिनाकी द्वार के पास रख रहे हैं। यहां मूर्तियों में लोहे की रॉड डालने का काम होगा ताकि इनकी मजबूती बनी रहे।

पूर्व में आंधी-तूफान के दौरान इसी महाकाल लोक में लगी सप्तऋषियों की मूर्तियां गिर गई थी जिसे लेकर काफी बवाल मचा था। इसको ध्यान में रखते हुए अब गुजरात के एक दर्जन कारीगर इन मूर्तियों को मजबूती देने के लिए यहां आए हुए है। सभी मूर्तियों को पैडस्टल से निकालकर अंदर लोहे की रॉड डाली जा रही है, ताकि भविष्य में आंधी-तूफान व बारिश के कारण मूर्तियां नहीं गिरें। इसके पहले गत 28 मई को तेज आंधी में सप्तऋषियों की 6 मूर्तियां गिर चुकी है जिनका सुधार कार्य अभी चल ही रहा है।

मूर्तियों में लोहे की 2 बड़ी रॉड डालकर वेल्डिंग करेंगे

स्मार्ट सिटी द्वारा इन मूर्तियों को मजबूती देने का काम करवाया जा रहा है। गुजरात और यूपी के करीब एक दर्जन कलाकार इस काम में लगे हैं। इसके लिए फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक (एफआरपी) से बनी मूर्तियों को अपनी जगह से निकालकर पिनाकी द्वार के पास रखा गया है। मूर्तियों के अंदर लोहे की दो बड़ी रॉड डाली जा रही हैं। इसके बाद वेल्डिंग कर मजबूती दी जा रही है।

स्मार्ट सिटी ने कलाकारों को दिया एक माह का टारगेट

कारीगरों का कहना है कि इससे मूर्तियां मजबूत हो जाएंगी और भविष्य में आंधी-तूफान सहन कर सकेंगी। इससे मूर्तियों को नुकसान नहीं होगा। स्मार्ट सिटी के इंजीनियर नीरज पांडे ने बताया कि एक-एक कर सभी मूर्तियों को मजूबती दी जाएगी। इसके लिए कंपनी को एक महीने का टारगेट दिया गया है। शुरुआत में बड़ी और लंबी मूर्तियों का काम किया जा रहा है। उसके बाद छोटी मूर्तियों को भी मजबूती दी जाएगी।

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