इस बार श्रावण के दूसरे सोमवार  को सोमवती अमावस्या का संयोग

– 17 जुलाई को दो खास संयोग बन रहे, उज्जैन में उमड़ेंगे लाखों श्रद्धालु

दैनिक अवंतिका उज्जैन।

इस बार श्रावण मास के दूसरे सोमवार को ही सोमवती अमावस्या का बड़ा पर्व व खास संयोग बन रहा है। 17 जुलाई को श्रावण मास का दूसरा सोमवार आ रहा है और इसी रोज अमावस्या का पर्व भी रहेगा।

इसलिए एक ही दिन में दो बड़े त्योहार एक साथ होने से धार्मिक दृष्टि से इसका महत्व और भी बढ़ जाएगा। वहीं उज्जैन में देशभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के यहां महाकाल दर्शन व शिप्रा स्नान करने के लिए उमड़ने की संभावना है। उज्जैन चूंकि धार्मिक नगरी है और यहां विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर का मंदिर होने से भगवान शिव से जुड़े पर्व-त्योहारों का खास महत्व होता है। साथ ही धार्मिक नगरी होने व शिप्रा नदी होने से हजारों, लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां देव-दर्शन, पूजा-अनुष्ठान, धर्म-कर्म, दान-पुण्य आदि करने के लिए उमड़ते हैं।

आगे भी योग, छठें सोमवार को नाग

पंचमी तो आखिरी में होगी सोम प्रदोष

इस बार का श्रावण मास खास ही रहेगा। एक तो श्रावण का अधिकमास आ रहा है। दो श्रावण होने से इसमें भी कई सोमवार को अनेक दुर्लभ संयोग बन रहे हैं। दूसरे सोमवार पर सोमवती अमावस्या पर्व के बाद छठें सोमवार 21 अगस्त को नागपंचमी का बड़ा पर्व आ रहा है। इतना ही नहीं आखिरी सोमवार 28 अगस्त को तो प्रदोष का व्रत भी रहेगा। इसे सोम प्रदोष पर्व कहेंगे। सोम प्रदोष का भी यहां बड़ा महत्व होता है। श्रावण में होने से यह पर्व और भी खास हो जाएगा।

2 बड़े पर्व साथ होने से उज्जैन 

में रहेगा मिनी सिहंस्थ जैसा माहौल

श्रावण मास में दूसरे सोमवार को दो बड़े पर्व साथ होने से मिनी सिंहस्थ जैसा महौल रहेगा। लाखों लोग यहां महाकाल दर्शन करने, शिप्रा स्नान करने आएंगे तो प्रशासन से लेकर मंदिर समिति तक को सुरक्षा व सुलभ दर्शन के विशेष इंतजाम भी करने होंगे।