मंत्री मोहन यादव का षड्यंत्र: उज्जैन परस्पर सहकारी संस्था के पदाधिकारियों का गंभीर आरोप

सहकारिता मंत्री ने स्पष्ट कर दिया कि मंत्री यादव नहीं चाहते संस्था का चुनाव , वह मेरे मित्र हैं, मैं नहीं होने दूंगा निर्वाचन

उज्जैन। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव के खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए उज्जैन सहकारी संस्था ने गंभीर आरोप लगाए हैं। संस्था के पदाधिकारियों ने कहा कि मंत्री और उज्जैन भाजपा विधायक मोहन यादव सरकारी संस्था का सरकारीकरण करके कब्जा कर लेना चाहते हैं। अगर मंत्री जी का षड्यंत्र सफल हो गया तो एक लाख परिवार प्रभावित होंगे। जिस मेहनत से हमारे पूर्वजों ने इस संस्था को बनाया है, वास्तव में वह मेहनत पानी में चली जाएगी। पदाधिकारियों ने अपील भी की कि शहर वासियों और मीडिया को इसकी चिंता करनी चाहिए।
उन्होंने तो यहां तक कहा कि मोहन यादव को घमंड हो गया है और वे पूरे शहर पर कब्जा कर लेना चाहते हैं। दरअसल संस्था के पदाधिकारियों को गरीबों और मध्यमवर्गीय के खून पसीने की कमाई के रूप में जमा करोड़ों रुपए की चिंता हैं। इस चिंता की वजह यही है कि सहकारी संस्था की तमाम चुनावी प्रक्रिया पूरी हो जाने के बावजूद मोहन यादव ने चुनाव नहीं हो, इसके लिए कथित अडंगा लगा दिया है। पदाधिकारियों के अनुसार सहकारिता मंत्री अरविंद भदोरिया साफ तौर पर बोल रहे हैं कि मोहन यादव उनके मित्र हैं और उन्होंने कहा है कि इस परस्पर सहकारी संस्था के चुनाव नहीं होना चाहिए, तो नहीं होंगे। हालांकि सहकारी संस्था के पदाधिकारियों ने स्पष्ट रूप से कह दिया है कि वह अपना शीश नहीं झुकाएंगे। इसके लिए जरूरत पड़ी तो अदालत का दरवाजा भी खटखटाएंगे। उनका कहना है कि यह संस्था राजनीतिक नहीं है, बल्कि गरीब और मध्यमवर्गीय के पैसों से बनाई गई आजादी के पहले स्थापित संस्था है। मोहन यादव को कोई अधिकार नहीं बनता कि वह इस मामले में हस्तक्षेप करें।
मोहन यादव ने निर्वाचन प्राधिकारी पर प्रभाव डाला कि चुनाव नहीं करवाया जाए और बैंक में सहकारी विभाग का अधिकारी बैठा दिया जाए। हमने ज्ञापन सहकारिता मंत्री को भी ज्ञापन दिया । उन्होंने सुनी अनसुनी करके अभी तक कोई जवाब नहीं दिया।
हम उज्जैन उत्तर के विधायक श्री पारस जैन से मिले। पारस जैन ने सहकारिता मंत्री से बात की। मंत्री भदोरिया ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मुझ पर मोहन यादव का दबाव है। वे मेरे मित्र हैं। मैं चुनाव नहीं होने दूंगा। फिर हम सांसद अनिल फिरोजिया के पास पहुंचे। मंत्री भदोरिया ने उनको भी स्पष्ट कह दिया कि उन पर मंत्री मोहन यादव का दबाव है और वह चुनाव नहीं करवा पाएंगे। मोहन यादव ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए सहकारिता मंत्री को फोन किया है कि उज्जैन परस्पर सहकारी संस्था के चुनाव किसी भी हालत में नहीं होने चाहिए और सहकारिता विभाग के अधिकारी को बैठा दिया जाए। इस तरह से सहकारिता की मूल भावना को कुचलकर मंत्री जी एक सहकारिता अधिकारी को बैठाना चाहते हैं।

मंत्री के दर पर नहीं झूकेगा मेरा शीश
संचालक अनिल चंदेल ने कहा कि वे कोनूनी और नियमों के तहत काम कर रहे हैं। आगे भी इसी तरह से करते रहेंगे। परंतु मंत्री मोहन यादव अपने सत्ता के प्रभाव मेें पूरे शहर में प्रभुत्व जमाकर बैंक को हथियाना चाहते हैं। उनके दरवाजे पर अनिल चंदेल शीश झूकाने नहीं जाएगा। मंत्री चुनाव लड़कर बैंक में अपना बोर्ड बनाने और उसका संचालन करें।