दिग्विजय सिंह ने तालिबान से की आरएसएस की तुलना: महिलाओं को लेकर दोनों की एक जैसी सोच
ब्रह्मास्त्र44 नई दिल्ली/भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को दावा किया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और तालिबान की महिलाओं पर समान विचारधारा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “तालिबान का कहना है कि महिलाएं मंत्री बनने के लायक नहीं हैं। मोहन भागवत ने कहा कि महिलाओं को घर पर रहना चाहिए और घर की देखभाल करनी चाहिए। क्या ये समान विचारधाराएं नहीं हैं?”
दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार से अफगानिस्तान में “तालिबान सरकार” पर अपना रुख स्पष्ट करने के लिए कहा है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “मोदी-शाह सरकार को अब स्पष्ट करना होगा कि क्या भारत तालिबान सरकार को मान्यता देगा, जिसमें घोषित आतंकवादी संगठन के सदस्य मंत्री हैं?”
इससे पहले, दिग्विजय सिंह ने बुधवार को इंदौर में आयोजित “सांप्रदायिक सद्भाव सम्मेलन” (सांप्रदायिक सद्भाव सम्मेलन) में बोलते हुए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर निशाना साधा था और आरोप लगाया था कि संगठन झूठ और गलतफहमियां फैलाकर हिंदू मुस्लिम समुदायों को विभाजित कर रहा है।
भागवत की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कि हिंदुओं और मुसलमानों का डीएनए एक है, दिग्विजय सिंह ने पूछा, “अगर ऐसा था तो लव जिहाद जैसे मुद्दे क्यों उठाए जा रहे थे?”
कांग्रेस सांसद ने आरोप लगाया था कि आरएसएस सदियों से बांटो और राज करो की राजनीति करता रहा है। वे झूठ और गलतफहमियां फैलाकर दो समुदायों को बांट रहे हैं।