जानलेवा हो गया डेंगू का डंक प्रदेश में डेंगू के 2200 से ज्यादा मामले
इंदौर में फिर मिले 9 नए मरीज:मंदसौर में 46 नए मरीज, वायरल फीवर से 8 साल की बच्ची की मौत, डेंगू से आगर मालवा के डॉक्टर की जान गई, उज्जैन में भी हो चुकी मौत
ब्रह्मास्त्र इंदौर। मप्र में डेंगू वायरस से पीड़ितों की संख्या 2200 पहुंच गई है। सर्वाधिक प्रभावित जिलों में भोपाल, इंदौर, जबलपुर, मंदसौर, रतलाम, आगर मालवा और छिंदवाड़ा हैं। मंदसौर में शुक्रवार को डेंगू के 46 और ग्वालियर में 15 मरीज मिले। मंदसौर में मरीजों का आंकड़ा अब 821 पहुंच गया है।
इंदौर में पांच मकानों में मिला डेंगू का लार्वा
इंदौर में डेंगू के मरीज बढ़ते ही जा रहे हैं। शुक्रवार को फिर 9 नए मरीज मिले हैं। इनके सहित अब तक 112 से ज्यादा डेंगू के मरीज पाए जा चुके हैं।
मलेरिया विभाग की टीमों ने 532 मकानों का सर्वे किया तो 5 मकान परिसरों में लार्वा पॉजिटिव पाया गया। शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा इंदौर सहित अन्य शहरों में डेंगू को लेकर दिए गए दिशा निर्देश के बाद अब स्वास्थ्य, मलेरिया विभाग व नगर निगम ने और कसावट की है। अभी तक 34 टीमें मैदान में थी। आज से इनकी संख्या और बढ़ा दी गई।
कुछ समय पहले एक गर्भवती महिला की भी डेंगू से मौत हुई थी। इधर, बुखार की वजह से भोपल में 8 साल की बच्ची की मौत हो गई। उसे दो दिन पहले ही बुखार आया था। आशंका है कि बच्ची की मौत वायरल फीवर की वजह से हुई है। वहीं आगर मालवा के जिला अस्पताल में पदस्थ डॉ. मुरली पाटीदार की डेंगू की वजह से शुक्रवार को मौत हो गई। उनका इंदौर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। वहीं आगर कृषि विभाग की आत्मा परियोजना के प्रभारी अखिलेश गणगौर की भी उज्जैन में इलाज के दौरान मौत हुई है। उनकी मौत भी डेंगू की वजह से जाने की आशंका है।
भोपाल से यहां विशेषज्ञों की टीम भेजी गई है। डेंगू संक्रमण के चलते जिले में रोज 70 से 80 लोगों काे 100 यूनिट प्लेटलेट्स की जरूरत पड़ रही है। ग्वालियर में डेंगू का प्रकाेप 18 साल से कम उम्र के लाेगाें पर ज्यादा हाे रहा है। ग्वालियर के 9 मरीजाें में से 8 की उम्र 18 साल से कम है। सीएम ने कहा है कि जिन घरों में जल भराव मिले, उनपर जुर्माना किया जाए।