सफाई कर्मचारियों को वेतन समय पर दें

देवास। मप्र राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष प्रताप करोसिया की अध्यक्षता में कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष में बैठक आयोजित हुई। बैठक में सफाई कर्मचारी से संबंधित वेतन भत्ते, अनुकंपा नियुक्ति, रिक्त पदो की पूर्ति, पेंशन, पीएफ, ईएसआई, बस्ती विकास, सामुदायिक भवन, आउटसोर्स कर्मचारियों के संबंध में चर्चा की गई। बैठक में नगर निगम आयुक्त विशाल सिंह चौहान, संयुक्त कलेक्टर शिवानी तरेटिया, ट्राफिक डीएसपी किरण शर्मा सहित अन्य अधिकारी एवं सफाई कर्मचारी संगठन के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष श्री करोसिया ने कहा कि नगर निगम एवं नगरीय निकाय, स्वास्थ्य विभाग, आदिम जाति विभाग, पुलिस विभाग एवं अन्य विभाग ठेकेदारी प्रथा समाप्त कर, शासकीय प्रक्रिया पूरी करते हुए कर्मचारियों को नियुक्त करें। सफाई कर्मचारियों को वेतन समय पर माह की 1 से 5 तारीख के मध्य दें। आउटसोर्स पर रखे गये कर्मचारियों को रिक्त पदों पर संविदा नियुक्ति की कार्यवाही करें। प्रदेश में हाथ से मैला उठाने का कार्य पूर्णत: समाप्त हो गया है। मैला उठाने संबंधी कार्य करने वाले कर्मचारियों को अन्य साफ-सफाई कार्य में लगाये। जिससे उनकी आजीविका चलेगी। नगर निगम में सफाईकर्मियों के लिए लोन मेला आयोजित करें। सफाई कर्मचारियों को मशीनों की जानकारी दें। सफाई कर्मचारियों को आधुनिक तकनीकी मशीनों से सफाई करने के लिए वाहन के लिए लोन उपलब्ध कराये। मशीनों और वाहनों का नगरीय निकायों में उपयोग किया जाये। सफाई कर्मचारियों का जीवन स्तर उठाने का प्रयास करें। परिवार के सदस्यों को सिलाई, कढाई, ब्यूटीपार्लर और कंप्यूटर आदि का प्रशिक्षण भी दें। जिन कर्मचारियों को नाला सफाई कार्य के लिए सीमित समय के लिए रखा जाता है, उन्हें संविदा कर्मचारी बनाकर कार्य कराया जाये। अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों को शीघ्र निराकृत करें। शासन द्वारा स्वीकृत राशि अनुदान और ग्रेच्युटी का लाभ कर्मचारियों के सेवानिवृत्त व मृत्यु होने पर दें। नगरीय निकायों में 16 मई के पहले के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की सूची बनाकर रिक्त पदों के विरूद्ध विनियमित कर्मचारी का लाभ दें। विनियमित कर्मचारियों का स्थायीकरण करें। दैनिक वेतन भोगी की मृत्यु होती है तो मानवीय आधार पर परिवार के सदस्य को उसके स्थान पर नौकरी दे। नगर निगम और नगरीय निकायों को निर्देश दिये कि महर्षि वाल्मिकी के नाम पर सामुदायिक भवन बनाने के लिए जगह चिंहित करें। महर्षि वाल्मिकी आवास परिसर बनाये जाये। जिन बस्तियों में सुलभ कॉम्पलेक्स नहीं है, वहां सुलभ कॉम्पलेक्स बनाये। आदिम जाति विभाग अनुसूचित जाति के प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित करें।