2 साल बाद गंभीर डेम ने जुलाई में पार की अपनी क्षमता

उज्जैन। गंभीर डेम शुक्रवार-शनिवार रात हुई बारिश और इंदौर के यशंवत सागर के सभी गेट खुलने पर अपनी क्षमता को पार कर गया। 2 साल बाद जुलाई माह में गंभीर डेम भरा है। इससे पहले अगस्त-सितंबर में 2250 एमसीएफटी पानी संग्रहित हो पाया था।
बाबा महाकाल की नगरी में जलप्रदाय के लिये 1992 में गंभीर डेम का निर्माण किया गया था। जिसकी क्षमता 2250 एमसीएफटी रखी गई है। श्रावण मास की शुरूआत होने के बाद 15 दिनों में ही डेम अपनी क्षमता को पार कर चुका है। जिसमें स्थानीय स्तर पर हुई बारिश के साथ एक बार फिर इंदौर के यशंवत सागर की भूमिका रही है। 1 जुलाई तक डेम में 300 एमसीएफटी पानी संग्रहित था। डेम प्रभारी अशोक शुक्ला ने बताया कि इससे पहले जुलाई 2020 में डेम ने अपनी क्षमता पार की थी। वहीं 2013-15 में भी जुलाई में ही डेम में 2250 पानी संग्रहित हुआ था। शुक्रवार को हुई बारिश और इंदौर के यशंवत सागर के गेट खुलने पर शाम से पानी की आवक काफी तेज हो चुकी थी। जिसके चलते रात 11 बजे गेट नम्बर 3 को 50 सेंटीमीटर के लिये खोला गया था। उसके बाद रात एक से डेढ़ बजे के बीच गेट नम्बर 4 और 6 को भी खोलना पड़ गया। शनिवार सुबह 11 बजे गेट नम्बर 4 को बंद किया। उसके बाद दोपहर में गेट नम्बर 6 भी बंद कर दिया गया। लेकिन गेट नम्बर 3 देर रात तक 2 मीटर खुला रखा गया था, ताकि डेम के लेवल को मेंटेन रखा जा सके। बारिश होने पर पानी की आवक तेज हो रही है, रूकने पर कम पानी आ रहा है। जुलाई माह के शेष दिन और अगस्त माह पूरा बारिश का है, जिसके चलते कई बार डेम के गेट खोलना पड़ सके है।

Author: Dainik Awantika