प्रदेश के 25 जिलों में बारिश : उज्जैन में शिप्रा उफान से मंदिर डूबे, भोपाल-इंदौर में रुक-रुककर बारिश
ब्रह्मास्त्र44 उज्जैन। मप्र में 3 दिन से एक्टिव मानसून से कई जिलों में बरसात हो रही है। भोपाल और इंदौर में बुधवार रात से ही रुक-रुककर तेज और कभी रिमझिम बारिश जारी है। भोपाल, रतलाम और जबलपुर में दो-दो इंच बारिश दर्ज की गई है। उज्जैन में शिप्रा नदी फिर उफान पर आ गई है। रामघाट के मंदिर डूब गए हैं, जबकि छोटे पुल पर पानी ओवरफ्लो हो रहा है। डिंडौरी जिले के बिलगढ़ा डैम के गेट खोलने पड़े। मंडला में सबसे अधिक सवा 4 इंच बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में मध्यप्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश होने के आसार जताए हैं। मौसम विभाग ने अगले 2-3 दिन तक प्रदेशभर में तेज बारिश होने की बात कही है। 17 सितंबर से एक और सिस्टम बन रहा है। इसके एक्टिव होते ही बारिश का दौर एक सप्ताह तक जारी रहने का अनुमान है। यह सिस्टम प्रदेशभर में एक्टिव रहेगा। यह इस महीने का तीसरा सिस्टम होगा।
भोपाल में गरज-चमक के साथ बारिश
भोपाल में बुधवार शाम से ही तेज बारिश का सिलसिला शुरू हो गया था। देर रात तक गरज-चमक के साथ बारिश होती रही। गुरुवार सुबह 6 बजे से ही रिमझिम और तेज बारिश शुरू हुई, जो करीब 3 घंटे तक लगातार चलती रही। इसके बाद भी बारिश का दौर जारी रहा। गुना में रातभर से रिमझिम बारिश का दौर जारी है। गुरुवार सुबह से रुक-रुककर बारिश हो रही है।
उज्जैन में फिर शिप्रा उफान पर
बीते 15 घंटों से हो रही बारिश के कारण उज्जैन में शिप्रा नदी पर बने रामघाट के मंदिर डूब गए। यहां पुलिस ने पहरा लगा दिया है। रामघाट पर श्रद्धालुओं के आने को प्रतिबंधित कर दिया गया है। वहीं, छोटे पुल पर पानी आ जाने से इस रास्ते से बड़नगर की ओर जाने वाले ट्रैफिक रोक दिया गया है।