कैलाश विजयवर्गीय और सिर्फ 72 घंटे..! 30 जुलाई को अमित शाह भाजपा कार्यकर्ता बूथ सम्मेलन को करेंगे संबोधित, कम समय में एक बड़ा सफल कार्यक्रम के लिए चल रही है मैराथन बैठकें… इंदौर का पूरा संगठन सक्रिय
इंदौर। यह भाजपा है और वह भी इंदौर की। ऐसे में अगर कैलाश विजयवर्गीय जैसे मैनेजमेंट गुरु हों तो कार्यक्रम की सफलता अपने आप सुनिश्चित हो जाती है। मध्य प्रदेश चुनाव की पूरी कमान केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अपने हाथ में ले ली है। उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और इंदौर भाजपा को 72 घंटे का समय दिया कि इस समय में एक सफल बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन करना है। अमित शाह 30 जुलाई को आएंगे और कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। आमतौर पर सिर्फ 72 घंटे में इतना बड़ा कार्यक्रम करना हो तो किसी भी नेता की सांस फूल जाती है, परंतु इंदौर में ऐसा नहीं है। वह कई मामलों में नंबर वन है। तैयारियां जोर-शोर से चल रही है और भाजपाई भी एक ही बात कह रहे हैं कमान कैलाशजी के हाथ में है कार्यक्रम उम्मीद से भी ज्यादा सफल होगा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 30 जुलाई को इंदौर में बीजेपी के बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। जिसको लेकर भाजपा कार्यालय पर अब मैराथन बैठकों का दौर शुरू हो गया है। भाजपा कार्यालय पर महासचिव कैलाश विजयवर्गीय तैयारियों की बैठकें ले रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी के नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने बताया कि गृह मंत्री अमित शाह 30 जुलाई को अमित शाह इंदौर से चुनावी अभियान की शुरूआत करने जा रहे हैं। शाह के इंदौर दौरे की तैयारी को लेकर कैलाश विजयवर्गीय बैठकें ले रहे है। वहीं भाजपा कार्यालय पर कार्यकताओं की बैठक में कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह ने अपने भोपाल प्रवास के दौरान अनौपचारिक बैठक में कहा था कि मैं इंदौर किसी सरकारी कार्यक्रम में नहीं आऊंगा, जहां कार्यकर्ताओं का कार्यक्रम होगा वही आऊंगा क्योंकि इंदौर के कार्यकर्ताओं जैसे कार्यकर्ता विरले ही होते है। इस हेतु गृहमंत्री कनकेश्वरी गरबा मैदान में 30 जुलाई को होने वाले संभागीय कार्यकर्ता सम्मेलन मैं सम्मिलित होंगे। विजयवर्गीय ने आगे कहा कि हमें इस कार्यक्रम के लिए 72 घंटे का समय मिला है और इतने समय में सफल कार्यक्रम का आयोजन इंदौर के कार्यकर्ता ही कर सकते हैं। हमें सतत कार्यकर्ताओं से जीवंत संपर्क रखते हुए पोलिंग बूथ के कार्यकर्ता तक पहुंचना होगा।